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प्रदेश के काले इतिहास पर एक और अध्याय है-गिरीश शर्मा का ट्रांसफर





Girish Sharma Transferred from Sehore to Chhatarpur under Severe Pressure of Mine Mafias--- प्रदेश के काले इतिहास पर एक और अध्याय है यह ट्रांसफर और तो और पुरे प्रदेश में मुखिया के आदेश पर ही ये सब काम हुए थे पर जिस तरह से गिरीश जी जा रहे है वो बेहद अफसोसजनक है, आज जबकि पुरे देश में अन्ना लहर चली है लोग बाग खुले आम देख रहे है कि शासन और प्रशासन किस तरह से अच्छे लोगो को प्रताडना दे रहा है, मुझे लगता है कि सरकारी नौकरी में यह सब तो कॉमन है पर इस तरह से किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाकर पुरी प्रक्रिया का मखौल उड़ाना और बात है. इस तरह के कामो से अच्छे लोगो के मोराल पर फर्क पडता है और बुरे और भ्रष्ट लोगो को बल मिलता है. गिरीश जी को आज या कल तो जाना ही था पर खनिज माफियाओं के हाथो परास्त होकर राज्य शासन ने अपनी ताकत दिखाई है कि वो किस तरह और किस हद तक मजबूर है और कैसे अपने ही आदेशों का पालन प्रतिवेदन करने वालो को बहुत बेदर्दी से झटक देता है......यह सब लोकतंत्र में ही संभव है और मान मर्यादा की बाते करने वाले राजनीतिक दलों के राज में ही सम्भव है......ये पब्लिक ही सब जानती है और समय आने पर बताएगी भी यहाँ के लोगो को भी, शासन, प्रशासन और राजनीति को भी ...........!!!!!! बहरहाल गिरीश जहां जायेंगे भला ही करेंगे क्योकि उनकी दाढ में अभी खून लगा नहीं है और ना लगने की कोई संभावना है भविष्य में........

Comments

Vivek Rai said…
This is really shameful for Shiv Raj government. They only talk about good governance but actually harass the honest officers. They are promoting sycophancy .

My salute to Mr Sharma for delivering his duties honestly.

Vivek Rai

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