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तुम्हे याद करते हुए यहाँ

तुम्हे याद करते हुए यहाँ
ये झील का ठहरा हुआ पानी और डूबता सूरज और एक प्रतिमा जोह रही है बाट अपने होने की.............
तुम्हे याद करते हुए जीवन बीत रहा है यहाँ वहाँ अस्त व्यस्त और बदहाल.......लौट आओ बस अब नही होता इंतज़ार और अकेला........रहना मानो पानी के जैसा है बस बहते रहो....................लौट आओ अब लौट आओ...............

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