सर्वेश्वर दयाल सक्सेना को याद करते हुए नए साल की बधाईयां ....
“...दुःख तुम्हें क्या तोडेगा
तुम दुखों को तोड़ दो
केवल अपनी आँखें
औरों के सपनों से जोड़ दो..”
कविता सौजन्य : Anand Pradhan
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना को याद करते हुए नए साल की बधाईयां ....
“...दुःख तुम्हें क्या तोडेगा
तुम दुखों को तोड़ दो
केवल अपनी आँखें
औरों के सपनों से जोड़ दो..”
कविता सौजन्य : Anand Pradhan
“...दुःख तुम्हें क्या तोडेगा
तुम दुखों को तोड़ दो
केवल अपनी आँखें
औरों के सपनों से जोड़ दो..”
कविता सौजन्य : Anand Pradhan
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