तटस्थ होना भी एक कला है जहां ना दुःख है, ना सुख है, ना उम्मीद की कोई धुंधली किरण.......बस एक देह है और साँसों का अनवरत क्रम जो पता नहीं कितनी सदियों और युगों तक चलता रहेगा....
- Get link
- X
- Other Apps
The World I See Everyday & What I Think About It...
Comments