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बुक पर दारा सिंह के हनुमान वाले पोस्टर और छबि बनाकर दोस्त लोग गलत कर
रहे है वे कभी भी सिर्फ हिंदू धरम के ध्वजवाहक नहीं बने ना ही उन्होंने कभी
ऐसा प्रचार प्रसार किया एक महान व्यक्तित्व के धनी और बल के पर्यायी दारा
सिंह को सिर्फ हनुमान तक सीमित कर देना हमारी संकुचित सोच का परिणाम है और
इस तरह की लेबलिंग मृत्यु के बाद करना घोर अपराध भी है. अभिनय के लिए वे
रामायण में आये थे और इस हेतु उनकी जितनी प्रशंसा
की जाये कम होगी, बिलकुल व्यावसायिक तरीके से उन्होंने रामायण में काम
किया. वे हमेशा कुश्ती के लिए जिए और बहुत सीमित संसाधनों में मिट्टी की
सौंधी महक से देश की माटी का नाम ऊँचा किया. वे आज शारीरिक रूप से भले ही
हमारा साथ छोड़ गये हो पर देशी कुश्ती के लिए उनके प्रयास और लड़ाई को हमेशा
याद रखा जाएगा.
दारा सिंह जैसे विनम्र शख्स को श्रद्धांजलि
दारा सिंह जैसे विनम्र शख्स को श्रद्धांजलि
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