आजकल
वृद्धाश्रम में नई भर्ती चल रही है अपरिपक्व कौशल और दक्षताओं की जरुरत
है. जल, जंगल, जमीन और पर्यावरण पर काम करने वाले, फ्रॉड शिक्षा, समाज
कार्य पर काम करके चुके हुए लोग, रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स और घर बैठे लोग
इसमे अप्लाय कर सकते है........काम जरुर शिक्षा का है आप इसमे हाथ साफ़ कर
सकते है और अगर आप में ज्यादा प्रतिभा हो तो आप कोई भी कुत्सित प्रयास कर
इसमे घूस सकते है. बस दो चार लोगों को आपको जानना चाहिए और थोड़ी चाटुकारिता
!!!
यदि आपको जरुरत हो तो कहिये. ये देश की उभरती हुई शिक्षा की
मंडी है और जम के बिक रही है माँ सरस्वती और विकास गाथाएं......बड़ा नाम,
बड़ा रूपया और बड़े बाजीगर है इस मंडी में यकीन ना हो तो एक बार साईट देखिये
वृद्धाश्रम की !!!
क्या कहा काम क्या करना है जी वही जिसे हमारे
श्रीलाल शुक्ल कहते थे भारतीय शिक्षा, जी हाँ ये कमबख्त अभी तक सड़क पर ही
पडी है और देश में शिक्षा का क़ानून बनाने के बाद भी उसी कुतिया की तरह
मिमिया रही है जिसे 1947 में मैकाले छोड़ गया था.
तो तैयार है
आप........देश में बेरोजगारी बहुत है. आप क्यों चूक रहे है जनाब, आईये देश
में सड़क पर पडी कुतिया को लात मारिये और अपना बैंक बेलेंस बढाईये......
यदि आपको जरुरत हो तो कहिये. ये देश की उभरती हुई शिक्षा की मंडी है और जम के बिक रही है माँ सरस्वती और विकास गाथाएं......बड़ा नाम, बड़ा रूपया और बड़े बाजीगर है इस मंडी में यकीन ना हो तो एक बार साईट देखिये वृद्धाश्रम की !!!
क्या कहा काम क्या करना है जी वही जिसे हमारे श्रीलाल शुक्ल कहते थे भारतीय शिक्षा, जी हाँ ये कमबख्त अभी तक सड़क पर ही पडी है और देश में शिक्षा का क़ानून बनाने के बाद भी उसी कुतिया की तरह मिमिया रही है जिसे 1947 में मैकाले छोड़ गया था.
तो तैयार है आप........देश में बेरोजगारी बहुत है. आप क्यों चूक रहे है जनाब, आईये देश में सड़क पर पडी कुतिया को लात मारिये और अपना बैंक बेलेंस बढाईये......
- Get link
- X
- Other Apps
Comments