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जितना निर्लिप्त रहेंगे

तुन्हारे लिए ..............सुन रहे हो................कहा हो तुम.............

जीवन में जितना निर्लिप्त रहेंगे जितना मोह को त्याज्य दिखाएँगे उतना ही सुखी रह पायेंगे क्योकि आप जिससे स्नेह दर्शाते है वह आपको बहुत ज्यादा रूलाता है और उपेक्षा से आपका जीवन भर देता है इससे बेहतर है कि निर्लिप्त रहो ...............वह उसके पास जाता है जो उससे प्रेम का नाटक करता है या करीबी होने का भरपूर स्वांग करता है इस स्वांग और नाटक के बीच आपको वह कब छोड़ देता है पता ही नहीं चलता.................जो शख्स हर बात आपसे शेयर करता था यकायक वो जीवन के महत्वपूर्ण काम और निर्णय भी नहीं बताता और पूछने पर कह देता है हाँ............यह हो गया.......इसलिए दुनिया में प्रेम मोहब्बत सब झूठ है. अफसोस करने से और पछताने से बेहतर है निर्लिप्त रहना..........और मोह माया छोड़ देना.............

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