■ "हमारी पोषण वाटिका"
अपने घर खेत, आंगन, छत, स्कूल या आँगनवाड़ी परिसर में कैसे सब्जियाँ उगाकर आप बेहतरीन पोषण पा सकते है और कब - कैसे इन सब्ज़ियों को उगाये, कैसे बीज चुनें, क्यारी का आकार - प्रकार क्या हो, कैसे हो और अलग - अलग समय पर कौनसे बीज बोये - ताकि आपकी रसोई बारहों मास सब्जियों से गुलज़ार रहें - यह क़िताब आपको सारी बातें विस्तार से बताती है, साथ ही सब्ज़ियों के नाम उनके गुण, पौष्टिक गुण भी बताती है ; घर के गमलों से लेकर खेती में इनके लिए उपयोग में आने वाले उपकरणों की भी जानकारी बहुत सरल भाषा मे देती है इसके साथ कसमें जीवामृत, अमृत हांडी और वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधियां भी दी हुई है
हर घर में यह क़िताब होनी ही चाहिये और इसका प्रयोग करके हम न्यूनतम गमलों और जगह में भी सब्जियाँ उगाकर अपनी दैनंदिन पोषण आवश्यकताओं को पूरा कर सकते है
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■ "टीकाकरण से सम्बंधित सवाल जवाब"
बच्चों और गर्भवती महिलाओं के जीवन में एक टीका कितना महत्वपूर्ण होता है - यह प्रतिपादित करने की आवश्यकता अब नही है, व्यापक जागरूकता इधर बढ़ी है, बावजूद इसके अभी भी तमाम प्रयासों के बाद हम शत - प्रतिशत रूप से दूर - दराज़ के इलाकों में टीकाकरण का लक्ष्य नही प्राप्त कर सकें है , कई सवाल आशंकाएं लोगों के दिल दिमाग़ में है - बहुत सरल भाषा में टीकाकरण से सम्बंधित जानकारी सवाल - जवाबों की रोचक शैली में इस पुस्तक में है
सभी प्रकार के टीके और पोलियो आदि से सम्बंधित जानकारियों से परिपूर्ण यह किताब बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो हर घर में होना ही चाहिये - खासकरके उन घरों में जहाँ छोटे बच्चे है, नवदम्पत्ति है, गर्भवती महिलाएँ है और वैसे भी सबको यह जानकारी होना जरूरी है
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ये दोनों किताबें #विकाससंवाद #VikasSamvad भोपाल से प्रकाशित है, किताबों पर मूल्य नही है , पर प्रकाशन लागत और कुरियर के लिए आप कम से कम ₹ 300/ - का भुगतान एडवांस में करके ये दोनों किताबें मंगवा सकते है , कृपया निशुल्क मांग ना करें और यदि आप इनका उपयोग करें तो ही मंगवाये - लिमिटेड प्रतियां ही उपलब्ध है
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विकास संवाद
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शील पब्लिक स्कूल के पीछे, बावडिया कलां
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◆ खाता क्रमांक या गूगल पे की जानकारी आप फोन करके पूछ सकते है
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"साहित्यिक चिल्लाहट" बढ़िया टर्म है, अपने #दृष्ट_कवि को तो भोत ई पसन्द आया अब लाईवा के साथ इसका यूज होगा बहुतायत में
पाल्टी इस भयानक पोस्ट ट्रुथ के समय में यानी पोस्ट ट्रुथ वाले जमाने में Deepti Kushwah जी का आभार प्रकट करती है
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अभी किसी को पूछा कहाँ पढ़ते हो मल्लब शोध कर रहे तो बोला " *&^% " , मैंने कहा मल्लब - "ब्राह्मण हिन्दू विवि" बढ़िया है - लगे रहो, जल्दी ही डाकसाब बन जाओगे बस अपने महामात्य की हर बात को यहाँ चैंपते रहना, उनकी भक्ति करना और हिंदी विभाग के द्वार खड़े होकर नचिकेता की तरह उजबक सवाल ना करना वरना अथर्ववेद तो लिखा जा सकता है पर पीएचडी की डिग्री तो दूर होस्टल में जगे नी मिलेगी
अब आप लोग बूझे कि जे क्या अनाप शनाप निकल गया मुँह से
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