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खीरा और दही यानि पौष्टिक जोड़ी की दोस्ती and रागी का चीला और पौष्टिक चटनी

खीरा और दही यानि पौष्टिक जोड़ी की दोस्ती
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एक बड़ा खीरा लीजिये, साफ धोकर उसके छिलके उतार कर कद्दूकस कर पानी निचोड़ लीजिये, इस पानी को फेंकिये नही यह " बेस्ट " फेसवाश है
एक बड़े कप दही को लट्ठे के कपड़े में बांधकर पानी निकाल दीजिये और अच्छे से फेंट लीजिये
अब दही में हल्का भुना हुआ जीरा, खड़ा धनिया, अजवाइन को पीसकर बारीक चूर्ण बनाकर एक चम्मच मिलायें, स्वादानुसार नमक और एक हरी मिर्च को बारीक काटकर फेंटे हुए दही में मिला लीजिए
अब इस मिश्रण में कद्दूकस किये हुए खीरे को मिलाकर हल्के हाथों से अच्छी तरह से मिला लीजिए
यदि हल्की मिठास से परहेज ना हो तो एक चम्मच शहद मिला दीजिये
उपर से हल्का लाल मिर्च का पाउडर मिलाकर फ्रीज में आधा घण्टा रख दें और फिर खायें
यह उपवास में साबूदाने की खिचड़ी, मोरधन और फरियाली आलू या कद्दू की सब्जी के साथ खाया जा सकता है - (ये सब भारी पौष्टिकता वाले हैं अपनी सेहत और पाचन क्षमता के हिसाब से ही खाएं )
यह पौष्टिक होने के साथ सुपाच्य भी है और इसमें तेल - घी बिल्कुल नही होने से वसा मुक्त भी है - शक्कर के मरीजों के लाभदायक है
बनाईये, खाइए और बताईये कितना आसान, प्रभावी और उपयोगी है - यह बहुत प्रचलित, सरल व्यंजन है और अलग अलग तरीकों से बनाया जाता है आप अपने तरीके लिखेंगे तो मैं भी सीखूँगा आपसे कुछ
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रागी का चीला और पौष्टिक चटनी
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रागी का आटा एक कप लेकर उसमें एक चौथाई कप या एक चम्मच सूजी / रवा मिला लें और स्वादानुसार नमक, हल्दी, लाल मिर्च का पाउडर, कटी हुई हरी मिर्च, बारीक कटा अदरख मिला लें, यह बेहतर होगा कि रागी को साफ बीनकर घर ही पर आवश्यकतानुसार मिक्सी में दरदरा पीस लें
फिर दो बड़े चम्मच ताजा दही मिलाकर और पानी मिलाकर घोल बना लें और एक घँटे के लिए रख दें
चटनी के लिए 4 हरी मिर्च, एक चम्मच सफेद तिल, दो चम्मच खोबरे का बुरा, आधा चम्मच खसखस, नमक और पानी मिलाकर मिक्सी में पीस लें
अब एक घँटे बाद तवे पर हल्का सा तेल डालकर रागी के घोल को फैलाएं और मद्धम आँच पर दस मिनिट सेकें
गर्मागर्म रागी की पौष्टिक रोटी चटनी के साथ खाएं यह स्वादिष्ट और पौष्टिक दोनो है
शक्कर की बीमारी, कुपोषण और पाचन की समस्याओं में यह बेहद फायदेमंद और लाभदायी है
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