हम सब एक न एक दिन या तो तालिबान बन जाते है या चुन लेते है और यह तालिबानीकरण होना मनुष्य की नियति है
इसलिए आश्चर्य मत करिए और इस मुगालते में भी मत रहिये कि वो वहाँ है और हम सुरक्षित है, हम पर तालिबान पहले से ही क़ाबिज़ है बस मुलम्मा दूसरा चढ़ा हुआ है और यह समझ भी नही है तो आपकी बुद्धि पर तरस ही खाया जा सकता है
आज़ादी का खुमार उतर गया हो तो नज़रें घुमाकर देखे
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भुट्टे के इश्किया लड्डू
बड़े दिनों बाद हाथ साफ किया रसोई में, कोरोना के बाद शुगर बढ़ गई थी तो कुछ बनाने का मन नही था, अब थोड़ी स्थिति बेहतर है तो आज हाथ आजमाया और लगा कि खाना पकाने का जौहर गया नही है, आज भुट्टे के चॉकलेटी लड्डू बनाये है - विधि पढ़ लीजिये
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◆ दो ताज़े अमेरिकन भुट्टे साफ़ किये और उन्हें कद्दूकस कर लिया
◆ अब एक पैन में खूब सारा देश घी डालकर अच्छा भूरा होने तक भून लिया, थोड़ी देर में सौंधी खुशबू आने लगती है, इसे निकालकर अलग रख दिया
◆ उसी पैन में आधा कटोरी बेसन खूब सारे घी में भून लिया - बढ़िया खुशबू आने तक और फिर इसी बेसन में सिंका हुआ भुट्टे का कीस डालकर फिर दस मिनिट भूना अच्छे से
◆ अब इसमें एक ग्लास दूध डाला और काजू, बादाम , किशमिश डालकर ढाँक दिया दस मिनिट तक ताकि दूध का मावा बन जाये
◆ फिर गुड़ को बारीक करके इस मिश्रण में डाला और खोंचे से लगातार चलाते रहा, शक्कर से गुड़ का स्वाद बेहतर होता है
◆ थोड़ी देर बाद गैस बंद कर मिश्रण थोड़ा ठंडा होने दिया और फिर छोटे - छोटे लड्डू बनाकर थाली में रख दिये
◆ अब अंत में उसी पैन में पचास ग्राम अमूल मख्खन और अमूल का आधा पैकेट डार्क चॉकलेट डालकर मद्धम आँच पर पिघला लिया और थाली में रखें लड्डूओं पर यह मिश्रण चम्मच की सहायता से डाल दिया
◆ अब पिश्ता और इलायची का मोटा - मोटा पाउडर बुरक कर फ्रीज में दो घँटे के लिए रख दिया
◆समझ तो गए ही होंगे कि कैसे बने होंगे, अभी फ़्रीज में है - इसलिये स्वाद नही बता सकता पर आप फोटो देखकर अंदाज़ा लगा सकते है, अकेला खाऊँगा तीन चार दिन तक
◆ आज़ादी के 75 वें वर्ष पर बूंदी से मुक्ति और भुट्टे के चॉकलेटी लड्डू से इश्क मुबारक हो
◆ घर की मिठाई सबसे बढ़िया, राखी पर आप लोग बना सकते है सरल , स्वादिष्ट और पौष्टिक
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पूरा भाषण सुना और अब चैनल्स बहस कर पोस्टमार्टम कर रहें है पर सवाल है कि जो प्रधानमंत्री 8 साल में मीडिया से बात करने का साहस ना दिखा पाया हो, उसमें तनिक भी हिम्मत नही और इसका बहिष्कार मीडिया नही कर सकता - तो मीडिया भी उतना ही दोषी है जितना यह लोकतंत्र का फर्जी रक्षक और कार्पोरेटी कठपुतली
वैसे भी 75 वर्षों में मीडिया ने पिछले 8 वर्षों में भाँड़गिरी की और अपना जमीर गिरवी रखकर जो पेशागत हरामखोरी की है उसके लिए भी याद किया जाएगा
इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है एक तरफा बकवास को लगातार झेलना और बग़ैर दिमाग़ लगाये और 138 करोड़ निरक्षर गंवारों को कूड़ा करकट परोस देना जो वह सफ़ेद झूठ के रूप में लाता है
एक बार साहस करो और सिर्फ एक दिन बहिष्कार करके देखो इसका और सिर्फ सवाल पूछ लो एक - एक, तो देश की आधी समस्या हल हो जाएगी, पर दिक्कत यह है कि निर्भीक और जागरूक लोग है कहाँ - पूरे कुएँ में भाँग है और ये मदहोश पड़े है - तभी तो सोशल मीडिया को दबाने के नित्य नए जतन सोचते रहते है हुक्मरान और उज्जड गंवारों की फौज आईटी के नाम और बिठा रखी है
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लीजिये चावल भी "फोर्टिफाइड" होगा - गरीबों कुपोषितों के लिए सार्वजनिक राशन प्रणाली का
2015 में जर्मन एजेंसी GIZ के साथ एक बड़ी योजना पर काम करने का मौका मिला था, खूब मोटी तनख्वाह थी - लगभग दो लाख अस्सी हजार रुपया प्रतिमाह, पर दिल्ली के आलीशान भवन में जब उनके और सरकार के महिला बाल विकास विभाग के सचिव के साथ अंतिम दौर में बातचीत थी तो पता चला कि तेल से लेकर दूध और दलिया, चावल भी फोर्टिफाइड करके देना होगा, मामला गड़बड़ लगा तो मैंने मित्र सचिन जैन से भोपाल में लम्बी बात की फोन पर और फिर वह काम तुरन्त छोड़कर लौट आया, इंदौर में जयपुर की एक संस्था सीकोइडीकोन ने यह काम शुरू किया था जिसका पूर्ण सहयोग कैलाश विजयवर्गीय जी ने किया था, रेडियो से लेकर शहर भर को विज्ञापनों से पाट दिया था, पर दुर्भाग्य - बहुत बुरी तरह यह योजना फेल हुई थी
अब देशभर को यह फोर्टीफिकेशन मुबारक़ हो आज़ादी की 75 वें वर्ष की वर्षगाँठ पर यह तोहफ़ा आप सबको मुबारक हो - जियो जियो जियो
कुछ नही तो आपकी अपनी संस्था NIN के आँकड़े ही देख लेते हुजूर , क्यों और कमज़ोर करके कुपोषण, शिशु एवं मातृ मृत्यु दर बढ़वा रहें हो मालिक, आपके सलाहकारों को या भाषण लिखने वालों को क्या रत्तीभर समझ नही या इसमें भी धँधा है, कमीशन और इफ़रात में रुपया तो है ही
यह लिंक पढ़िये ज्यादा वैज्ञानिक और आर्थिक पक्ष जानने को
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मित्रों,
आज सभी लोग सुबह 11 से रात 8 बजे तक घर आमंत्रित है
गर्म ताज़ा, मसाले वाला, इलायची डला दुग्ध उपलब्ध होगा और जितना चाहे पी सकते है, आप लोग दूध पीने आएंगे तो अच्छा लगेगा
आप सबका स्वागत और बेसब्री से इंतज़ार है, नाग पंचमी की मंगल कामनाओं सहित
आपका अपना
सच्चा मित्र
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