अभी सुबह एक युवा मित्र आये थे। सॉफ्ट वेयर इंजीनियर है। अमेरिका रहकर आये है 5 साल।
आकर बैठे ही थे कि कुछ याद आया तो फोन मिलाने लगे , बहुत देर तक रि -डायल करते रहें , साला फोन लगा नही , झुंझलाहट हो रही थी । मुझे भी कोफ्त हो रही थी क्योंकि मुझे भी कही जाना था। एक तो बगैर फोन किये आ गए - ऊपर से मोबाइल ।
आखिर मैंने पूछ लिया कि क्या दिक्कत है , बोले " सर दिल्ली फोन लगा रहा हूँ लग नही रहा " ओह, मैंने कहा लाओ दिखाओ मैं कोशिश करता हूँ - जब कॉल लॉग देखा तो नम्बर था -
011- 98105 *****
मैंने पूछा कि ये दिल्ली का एस टी डी कोड क्यों , तो बोलें
" सर मैं अभी मप्र में हूँ ना और दिल्ली या किसी भी राज्य के बाहर फोन लगाएंगे तो एस टी डी कोड तो लगाना पड़ेगा ना ? "
मैंने कहा हे प्रभु , यह मोबाइल नम्बर है ना, तो बोलें - तो क्या हुआ राज्य के बाहर का नम्बर तो है ना !!!
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि ये सज्जन डिजिटल इंडिया के लिए सरकार से ठेका लेकर सरकारी विभागों की सोशल मीडिया साइट्स के मॉडरेशन का कार्य करने वाली एक डिजिटल कम्पनी के टीम लीडर है।
अपन गंवार ही भले भिया !!!
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