सचिव जी को प्रेयसी पाने के लिए फुटबाल भी सीखना पड़ा जादू के साथ - नेटफ्लिक्स पर बढ़िया साफ सुथरी और अपने मप्र के नीमच की कहानी और लगभग यही फिल्माई गई है फ़िल्म #जादूगर, जितेंद्र कुमार के अभिनय का मुरीद हूँ, इधर पिछले दशक में शायद ही कोई होगा जिसने सहज , परिपक्व और बेहतरीन अभिनय किया है - हर रोल और फ्रेम में
Ankit बाबू अब जादू और फुटबॉल भी सीखो, सिर्फ सचिवगिरी करने से "फुलैरा" हासिल नही होगा बबुआ, टँकी पर ही नही चढ़ना बल्कि मैदान में भी उतरना पड़ेगा और जादू भी दिखाना पड़ेगा
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#जयंती अमेज़ॉन पर है - हिंदी एवं मराठी दोनो भाषाओं में है ; ,शिवाजी और अंबेडकर में से कौन सही के मराठी प्रश्न को रेखांकित करते हुए फिल्मी स्टाइल में बनी फिल्म ठीक ठाक है, कुछ ज्यादा ही अतिरेक है, दसवी फेल जल्दी जल्दी जेल से होते हुए बड़ा बिजनेस स्थापित कर समाज सेवा के झंडे गाड़ दें और यश कमा लें - स्थितियाँ इतनी भी अनुकूल नही आज, बस फ़िल्म में मास्टर का काम ही थोड़ा ठीक है बाकी तो बम्बईया स्टोरी लाईन है, अतिरिक्त समय हो तो देख लीजिये बाकी कोई दम नही है, निदेशक घोषित एजेंडे लेकर जब काम करते है तो कूड़ा ही पैदा करते है, नागराज मंजुले भी इसी तरह की हड़बड़ी में आये और अब परिदृश्य से गायब है
एक तेलगु फ़िल्म और देखी "रांगटा अगले 24 घण्टे "- टाईप नाम था कुछ, बकवास पर भयानक बोर हो गया था, दक्षिणी मसाला और मूर्खताओं की हद - बस रविवार आबाद हो गया
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आज का दिन [15/7/22]बहुत ही सार्थक रहा, बड़े महत्वपूर्ण काम हुए और दिन का समापन मेरे बेहद प्रिय मित्र Sajal Kulkarni से छोटी सी मुलाकात से हुआ
सजल नागपुर रहते है और घुमन्तु जनजातियों खासकरके पशु पालक घुमन्तु जनजातियों के साथ लम्बे समय से महाराष्ट्र में और विदर्भ में विशेष रूप से काम कर रहें है, बेहद शालीन और मराठी संस्कृति से परिपूर्ण सजल एक उम्दा मित्र है
सजल की कभी से देवास में स्व कुमार गन्धर्व जी के घर जाने की इच्छा थी, देवास आने वाले हर शख्स की यह इच्छा होती है कि वे बाबा के घर जाकर कुमार जी और वसुंधरा ताई की कर्मस्थली देखें और कलापिनी, भुवनेश से मुलाकात करें
सजल की आज यह बरसों की साध पूरी हुई पर इस चक्कर में मेरे घर आना और तसल्ली से बात करना रह गया, पर सजल यह वादा करके गए है कि जल्दी ही लौटेंगे
कुमार जी के घर पर सजल को बहुत अच्छा लगा और कलापिनी संयोग से आज घर ही थी सो लम्बी बातचीत हुई, खूबसूरत मौसम में गर्मागर्म चाय और मिष्ठान्न से स्वागत हुआ , कामकाज पर बात हुई
कुल मिलाकर बहुत ही सार्थक संक्षिप्त मुलाकात रही, साथ में सुदूर मलकानगिरी जिले [ उड़ीसा ] में काम कर रहें युवा मित्र Uday Kumar Kalyanapu भी थे जो तेलंगाना के रहने वाले है और तेलगु, उड़िया, हिंदी, मराठी और अंग्रेज़ी भाषा जानते है , उदय के लिए यह सब विस्मयकारी था पर उन्हें भी अच्छा लगा
इस अवसर पर नागपुर के प्रिय मित्र और ख्यात युवा पत्रकार भाई जयदीप हार्डिकर को याद किया और उनसे फोन पर भी बात हुई
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वकील, डॉक्टर, चार्टड एकाउंटेंट और बीबी से कभी कुछ नही छुपाना चाहिए और इन्हें ख़ुश रखना चईये वरना बहुत तकलीफ होती है
आख़िर आज रिटर्न भर दिया अपने लाड़ले अनुज, होशियार और रोटरी क्लब के स्थानीय अध्यक्ष CA Bharat Vijaywargiya, the Best CA of Dewas के साथ, सरकार को कुछ न करने और देश में शेष बचा - खुचा बेचने के लिए एक अंशदान मेरा भी दर्ज किया जाये मीलॉर्ड
मध्यमवर्गीय आदमी टैक्स में ही मरा जा रहा है इन दिनों और कितनी बार टैक्स भरे यह भी बड़ा सवाल है
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आज ही शुरू हुआ और आज ही बूस्टर लगवा लिया, भरोसा नही कल से रुपये मांगने लगे तो
"इस तरह इस मनुष्य जीवन के कोरोना काल का अंतिम अध्याय समाप्त, अगली महामारी देखने के पहले ख़ुदा अपने पास बुला लें " - उस नर्स को कहा तो वो हँसने लगी
तीनों बार कोरोना हुआ, तीनों टीके फ्री लगें, अपने प्यारे मोदी जी की जय जय
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"आपने मेरा वीडियो देखा जो मेरे मित्र ने मेरे पर ही बनाया है" - लाईवा था उधर
"हां बै, वो नौ मिनिट का असहनीय दर्द और तुम्हारी पागलपन की हरकतें, उफ़्फ़ मतलब बिज्झार है बिज्झार, ये बता साले, इससे जो मानसिक क्लेश हुआ उसका मुआवज़ा कौन देगा, दूसरे मित्रगण तो डेढ़ मिनिट नही देख पाये और एक ने तो पौने दो मिनिट के बाद फोन करके मुझे ही गाली देने का पुण्य काम कर लिया कि ये क्या कचरा है गुरू " मैंने साफ - साफ कह दिया
"पर भाई साहब, उसके तो लोग लगभग दीवाने है इन दिनों " - लाईवा कुतर्क कर रहा था
"अबै ओ, तुम दोनो साले घोंचू हो, तुम तो भयानक बीमार हो ही मेंटल डिसऑर्डर के शिकार हो - अपने घर परिवार, जगह और नौकरी के कारण जो गम्भीर अवसाद है तुममें वह है ही पर तुम्हारा दोस्त भी तुमसे गया गुजरा निकला, उसकी दो - चार कहानी पढ़कर लगा था कि कुछ अक्ल होगी पर वो भी" , सिर दुखने लगा था मेरा- "निकलो बै तुम दोनो, कही और जाकर अपना कचरा बेचो" कहकर फोन काट दिया मैंने
हद है - अपना ही घटिया वीडियो बनाकर आत्म मुग्धता - उफ़्फ़, ये हिंदी के ...
#दृष्ट_कवि
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आप घबराइए मत, 2024 में हमारी सरकार नही आई तो आपको वैसी कोई दिक्कत नही होगी - गोटाबाया टाईप , लोगों को इतना कमज़ोर और नँगा भूखा कर दूँगा कि वे मुगल गार्डन की दीवार ही कूद ही नही पाएंगे और फिर अम्बानी जी और अडाणी जी रहेंगे ना आपकी सुरक्षा के लिए, नही तो माल्या जी आकर आपको देश से ले जाएंगे - घबराइए मत, अभी तो हम भी व्यस्त है इन 140 करोड़ मूर्ख लोगों को नँगा करने में - जो अभी भी कुछ समझ ही नही पा रहें और फिर अपना मुगल गार्डन बहुत बड़ा है, भोत कमरे है - कही भी छुप जाना, आप लोगों को जंगल में रहने की आदत है ही - डरिये मत, कुछ नही करना है बस हर फाईल पर साईंन करना है - ये कुछ कर पाए क्या , फिर डरिये मत बिल्कुल भी
आप चुनाव लड़िये, जीतना तो है ही, सब सेट है - बस टेंशन मत लो, अमित भाई, यार इनको ताड़ी पिलाओ - अंडमान वाली - जारुआ आदिवासी समुदाय वाली जो आज आई है या गोवा की फेणी जो कांग्रेसियों के बागी विधायकों ने भेजी है
बहुत टेंशन है, शेरों वाला मुद्दा साला अलग चल रहा है ...
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