अपनी समस्याएँ इसलिए हल हो पा रही है कि अपना राजा नशे में है और गत आठ वर्षों से खुमार उतर ही नही रहा इसलिए बागों में बहार है और सब चंगा सी ●●● अरादुस का राजा ---------------------- एक समय की बात है, अरादुस नगर के तमाम वरिष्ठ नागरिक वहाँ के राजा के सामने उपस्थित हुए और उन्होंने नगर के भीतर शराब और अन्य नशीले पदार्थों को वर्जित करने का निवेदन किया। परन्तु राजा ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया और हँसते हुए वहाँ से चला गया। और तब तमाम बुजुर्ग हताश होकर वहाँ से चले गए। जब वे वहाँ से निकल कर जा रहे थे तो महल के द्वार पर उनकी मुलाकत राजमहल के एक बड़े अधिकारी से हुई। और उस अधिकारी ने देखा कि वे बहुत परेशान थे, और वह उनके मामले को तुरंत समझ गया। तब उस ने कहा, यह बहुत दुःखद है मित्रों ! राजा से तुम्हारी मुलाकत यदि उस समय होती जब वे नशे में होते तो निश्चित ही तुम्हारी याचिका स्वीकार कर ली गई होती । ★★★ ◆ मूल कथा - खलील जिब्रान ◆ अनुवाद - डॉक्टर प्रोफेसर - Mani Mohan *** दिन बेचा है, शाम और रात अपनी है *** "यह आपने पीडीएफ में क्या भेजा है अंग्रेजी का है और लगभग 500 पन्ने हैं " - उधर लाईवा थ...
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