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Posts of 27, 28 and 29 Nov


सब्जी भाजी, लहसून प्याज़, आलू से लेकर छोटे कारीगरों की बनाई चीजों के भाव करना बंद कीजिए , घर के सामने से ठेले पर माल बेचने वालों, फेरी लेकर गुजरने वालों से भाव करके उन पर इमोशनल अत्याचार कर खरीदना बन्द कीजिये - फल हो या सब्जी
वे बड़ी मुश्किल से हिम्मत करके गांव की कांकड़ छोड़, अपना घर और बच्चों को घर में अकेला छोड़ आप जंगली जानवरों और सीमेंट कांक्रीट के भयावह जंगल में अपना माल बेचने आएं है
उनसे खरीदिये - इतना तो कर सकते हो ना पढ़ें लिखें शरीफजादों
एहसान होगा आपका इतना ही - ज्यादा चतुर सुजान हो तो अपने हिस्से के दाल चावल, गेंहूँ मक्का और सब्जी फल उगा लो अपने मकान और फ्लैट में
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संघ तो सांस्कृतिक संगठन है, फिर किसान आंदोलन में क्यों नही आज भी
कल से किसान आंदोलन में खाना बांटते दिखा नही
क्यों अब समझ आया कि इनकी कार्यवाही, मानसिकता और कार्यप्रणाली किसके इशारों पर चलती है
जो देश की आजादी में शामिल नही थे वो किसानों के क्या होंगे
किसान भाई बहनों - बन्द करो इनके टुकड़े तोड़ू लोगों को मुफ्त का भोजन परोसना
गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का आभार जो नर्मदा आंदोलन से लेकर भूकम्प पीड़ित या किसानों को बगैर भेदभाव के खाना भी खिलाते है और सच्ची मानवता की सेवा कर रहें है
एम्स के उत्साही डाक्टर और उनके अगुआ लाड़ले छोटे भाई डाक्टर Harjit Singh Bhatti के नेतृत्व में डॉक्टरों का एक बड़ा दल अपने सामाजिक सरोकारों के तहत निशुल्क कैम्प लगाकर रात - रात भर किसानों की देखभाल कर रहा है - ऐसे लोगों से ही मानवता ज़िंदा है , मक्कार और राजनैतिकों से नही
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मोदी देश के बाहर होता है तो कुछ पत्रकारों, मीडिया मालिक और रजत, अर्नब, रोहित,अंजना, सुधीर जैसे दलालोँ के लिए भूखा मरने की नोबत आ जाती है कि किसके निवास में जाये और पोट्टी चाटे
गुस्सा हूँ कि ये लोग कलंक है और चौथा स्तम्भ नही दलाल है , इन्होंने संबित कुपात्रा और कुछ मुल्लों और मूर्ख लोगों को बुला बुलाकर देश का माहौल खराब कर दिया
अब इन्हें और इन जैसे पत्रकारों को चौराहों पर लाकर उल्टा लटकाओ और खड़ी लाल मिर्च की धुनि दो तब सालों को अक्ल आएगी
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हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिये
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रामलीला मैदान से किसान आज इस गैर जिम्मेदार और अम्बानी की गुलाम सरकार को पदच्युत करें
सिर्फ किसानों के साथ ही नही , हर आदमी , जाति, वर्ग के साथ इन दो लोगों ने धोखा किया है
सबसे नाकारा निकम्मे और नापाक है ये लोग और अब किसानों को आज संसद में तब तक रहना चाहिए जब तक यह आदमी राष्ट्र के नाम माफी नही माँगता और दोनो मांगों को स्वीकार नही करता वो भी अधिनियम बनाकर
मजाक बनाकर रख दिया है , एक अम्बानी को संतुष्ट और ख़ुश करने के लिए पूरा देश गिरवी रख दिया , जिस दिन पदच्युत होगा उस दिन जनता छोड़ेगी नही उससे बेहतर है किसान आज ही हिसाब करें
काम करने के बजाय जाति, भगवान, मन्दिर, जुमलों में पूरी जोकरों की टीम व्यस्त है, मूर्तियाँ लगवा रहे हैं , विदेश घूम रहे हो बेशर्मों - तुम्हारे बाप की जेब से जाता है क्या - यह हमारी मेहनत का, किसानों के श्रम का रुपया है
संबित पात्रा जैसे मक्कार को लाओ भीड़ के सामने और खड़ा कर पूछो नही तो लगाओ दो जूते और जो भी खिलाफ बोले लाओ आज रामलीला मैदान में और करो हिसाब बराबर, बहुत ज्यादा औकात बढ़ गई है इनकी
प्रधान सेवक डरपोक है , गपोड़ है मालूम था इसलिये चीन भाग गया - किसानों मत जाओ घर तब तक वही रहो जब तक वापिस रामलीला मैदान पर नही आता अपने सांसदों के साथ और सत्र सार्वजनिक रूप से देश के सामने नही करता
जो आदमी पांच साल की समाप्ति तक मीडिया से बात ना करें कैसा मग़रूर है , अब जब तक देश के सामने किसानों की सभा मे नही आकर अधिनियम बनाता तब तक डटे रहो, पूरे 500 सांसद गंवार , अनपढ़, भ्रष्ट और गैर जिम्मेदार है 138 करोड़ लोगों को बेवकूफ समझते है, खींचों इनको संसद से और डस्टबिन में डालो जैसे अभी यूक्रेन की जनता ने किया या फ्रांस में पेट्रोल डीजल के भाव बढाने पर जनता ने किया
उन सबका विरोध करो और नंगा करके चौराहों पर लाल मिर्च की धुनि दो उल्टा लटकाकर जो इस आंदोलन में शामिल ना होकर साहित्य के उत्सव कर रहे , संगोष्ठियों में व्यस्त है या आलेख लिखकर बुद्धिजीवी बन रहे है
जो मीडिया सहयोग ना करें उन्हें विज्ञापन देना बंद करो , अख़बार बन्द करो, सबसे इन्होंने गन्द मचा रखी है - हरामखोरों को प्रधानमंत्री निवास में जाकर पोट्टी चाटने की आदत पड़ गई है , इन्हें तो जनता हर गली मोहल्ले में नंगा करके मारें और कोई चारा नही है
यही समय है जब इस सरकार को तख्तों ताज से हटाया जाए और 19 राज्यों से इनके भ्रष्टतम मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को उखाड़ फेंका जाए ताकि लोगों को सांस लेने का स्पेस मिलें
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[ लाल रंग से भक्तों को दस्त लग सकते हैं और मेहरबानी कर मोदी शौचालय जाएं, यहां पोट्टी की तो समझ लेना ]
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ABP पर अमित शाह का इंटरव्यू
किस दावे से कह रहा है बंदा कि 3 राज्यों में सरकार बनेगी प्रचंड बहुमत से
सुमीत अवस्थी भी इतने दब्बू होकर सवाल पूछ रहा है, गजब है
लगता है कि प्रश्न पार्टी ने दिए है और प्रसून जोशी स्टाइल में सवाल जवाब चल रहे हैं
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लीजिए मराठा आरक्षण बिल विधान सभा महाराष्ट्र में एकमत से पास हुआ, यह मौजूदा आरक्षण के प्रावधानों के अतिरिक्त 16 % होगा
जय शिवाजी, जय भीम और जय ज्योतिबा
अब क्या बोलें , आपको अभी भी अपने जन प्रतिनिधियों की अक्ल, नीयत और सदाशयता पर भरोसा है
देश कहां जा रहा है
आरक्षण के पक्ष विपक्ष की बात नही बस एक मुद्दा है, 2019 की तैयारी है और फिसलते महाराष्ट्र को थामने की तैयारी, शिवसेना की गिरती साख और इज्जत को संवारने की प्रक्रिया और किसान आत्महत्या को रोकने की अजब गजब फैंटेसी
खैर, आइये विकास की बात करें , उखाड़ लो जो उखाड़ना है सुप्रीम कोर्ट, यह देश मेरे बाप का है आप गाइड लाइन्स, नियम - कायदे अपने पास रखो हमारे ठेंगें से
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जबलपुर जिले के हालात ऐसे है कि जिला सहकारी मर्यादित बैंक सिहोरा में 1 महीने या कहे उससे पहले से आज तक कैश नही मिल पा रहा कभी 500 दे रहे तो कभी वो भी नही और खातेधारक के खाते में 2-2 , 3-3 लाख रुपए की राशि पड़ी हुई हैं
किसान अपनी लाखों की उपज सोसाइटी में बेचता हैं उसे दी जाने वाली पर्ची में यह लिखा होता हैं किसान की उपज का भुगतान 7 दिवस के अंदर कर दिया जाएगा और किया जाता हैं किसी का 1 महीने में तो किसी का 3 महीने के आस पास जब तक किसान बैंक से लिए हुए किसान ऋण या किसी साहूकार से लिये उधार के ब्याज के तले दब चुका होता हैं और जो उसे अन्य सामना करने होते हैं वो और भी ज्यादा भयानक हैं
लोग भयानक परेशान है, यह चुनाव का भी मुद्दा था प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह जी को भी लोगों ने अवगत कराया पर हुआ कुछ नही और इस समय ग्रामीण जन, किसान और मध्यम वर्गीय लोग हताश हो चुके है, जिन घरों में शादी ब्याह है वे अलग त्रस्त है और बेहद निराश , लीड बैंक के अधिकारी भी कुछ कहने से बच रहें है
बताईये देश की नब्ज़ एक जगह से समझ आ रही है - नोटबन्दी, बैंकों की कंगाली, गैर जिम्मेदार व्यवस्था और हद दर्जे तक लापरवाह राजनैतिक प्रतिनिधित्व जबकि सिहोरा रेलवे लाईन और एकदम शहरी क्षेत्र है वहां का यह हाल है थोड़ा अंदर जाएंगे तो जन्नत की हक़ीक़त समझ आएंगी
- सिहोरा से
आपके आसपास के हाल क्या है ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक और सार्वजनिक बैंकों के , एटीएम का पूछने का कोई अर्थ नही देवास शहर की हालत ही पतली है और तो सब छोड़ो
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 महंत, वागीश और देवव्रत विलक्षण कुल पुरुष
आज मेरा व्रत है , बस नहाने ही जा रहा था कृपया बताएं कि कौनसा टूथ पेस्ट इस्तेमाल करूँ कि इस गरीब ब्राह्मण को पाप ना लगें
फलाहारी पेस्ट कौनसा है , सेंसोडाईन - कोलगेट, पेप्सोडेंट, बबूल या पतंजलि
इसकी जात भी बता दें ताकि मैं संस्कारी पथ भ्रष्ट ना होऊं और अपने कर्तव्य पथ से विमुख ना हो पाऊं
अत्यंत आभार
अकिंचित
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भैया इमरान
तुम्हारी बात मान भी लें पर यहां मंदिर -मस्ज़िद, एक के बदले दस सिर, रॉफेल, बजट का 50% हिस्सा हथियार की खरीद और उसमें हमारा कमीशन , राग कश्मीर और फिर सबसे बड़ी बात भाषण का माल मसाला ही खतम हो जाएगा, साला इस नाकारा , नपुंसक देश के 138 करोड़ लोगों को क्या दूँगा , जो मैं लेता हूँ बहुत महंगा है सबको देना सम्भव नही
इसलिए तू फालतू की बात तो करें मत , पांच साल बातें कर - उसकी कोचिंग मैं दे दूंगा बोलें तो मोटा भाई को भेजूं , चुपचाप घूमता फिरता रह और मेरा 2019 का खेल मत बिगाड़ , जिन्ना भुट्टो या कोई पीर, औलिया फ़क़ीर या ऐसे ही किसी की मूर्ति बनवा भारत से ऊँची, बेवकूफ - चीन बाप है , ट्रम्प नही उससे सम्बंध बना , ट्रम्प का भविष्य नही वो बुड्ढा पगला गया है - साला मेरे यहाँ ना आकर मेरी इज्जत का फालूदा बना दिया
और सुन मेरा धंधा खराब मत कर, मैं व्यापारी - व्यापार मेरे खून में , अभी वैसे ही 11 दिसंबर तक जान अटकी पड़ी है -ब्लड प्रेशर बढ़ गया था इसलिए चीन आ गया हूं तफ़री करने और तू फ्रांस - जर्मनी का उदाहरण देकर मेरे कचरा मत कर, मेरे इतिहासकारों को बता दूँगा तो सब औकात समझ आ जायेगी फ्रांस और जर्मनी की , तू भी कमाई का प्लान "बी" तैयार कर ले - एकाध रामदेव टाइप कोई पाल ले और पवित्र अदीस, आफ़ताब के नाम जैसा कोई प्रोडक्ट बना तुझे दिक्कत भी नहीं होगी - सलवारों से तेरा देश पटा पड़ा है, क्यों रे कब तक जिंदगी भर धूप में क्रिकेट खेल कर फील्डिंग करता रहेगा - हवाई जहाज में घूम और ऐयाशी कर, अंबानी - अडानी को 2- 4 ठेके दे दे, जिओ चालू करवा दे बेरोजगार भी धार्मिक फिलम देखते रहेंगें, वाट्स एप विवि बन जायेगा तेरा, ये दोनों तुझे भी 2 - 4 हवाई जहाज खेलने कूदने को दे देंगे - एंजॉय कर , धंधा मत बिगाड़ समझा
हाँ , मीडिया खरीद लें बस बाकी सब हो जाएगा दलाल तो होंगे वहां भी कि भेजूं रजत रोहित या सुधीर अर्नब को ट्रेनिंग देने
बाकी सब मजा मा ? माँ है तेरी, शॉल लेकर आऊँ, बहु बिरयानी बनाती है , बेटी का ब्याह हो गया कि आऊँ ?
चिंरजीवी रहो
सदैव दुश्मन
उड़ता खगेन्द्र 
जम्बू द्वीप

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2019 तक जीसस, गुरुनानक, पैगम्बर और 33 करोड़ देवताओं के गौत्र, गण, नाड़ी, गौश्वारा, सूर्य, शनि की दशा और जाति भी आ जायेगा
चिंता नको
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हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै।
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योगी जी , हनुमान चालीसा की यह पंक्ति पढ़ी

किस मन्दिर के महंत थे गुरु मुख्य मंत्री के पहले और कुछ धर्म कर्म किया या ...
कि आप भी ऊंचा मसाला चबाने लगें
जय बजरंग बली
तोड़ दुश्मन की नली

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सत्यपाल मलिक अर्थात राज्यपाल को डर सता रहा है
जस्टिस लोया सपने में आएं क्या मलिक साहब
बताईये कश्मीर समस्या, कश्मीरी पंडितों की पुनर्बसाहट , जवानों की आये दिन होने वाली हत्याएं, 370 का विलोपीकरण कहां आकर रुक गया
राष्ट्रपति के बाद राज्यपाल भी बड़ा पद है पर कौन कहेगा कि क्यों, क्या , कौन , कैसे और अंत में यह बयान
देश की हालत दो लोगों ने [ भाजपा नही ] ने क्या कर दी समझ रहें है ना
सोचकर वोट दीजिये
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सहारे मत तलाश करें
ईरान का एक बादशाह सर्दियों की शाम जब अपने महल में दाखिल हो रहा था तो एक बूढ़े दरबान को देखा जो महल के सदर दरवाज़े पर पुरानी और बारीक वर्दी में पहरा दे रहा था।
बादशाह ने उसके करीब अपनी सवारी को रुकवाया और उस ज़ईफ़ दरबान से पूछने लगा ;
"सर्दी नही लग रही ?"

दरबान ने जवाब दिया "बोहत लग रही है हुज़ूर ! मगर क्या करूँ, गर्म वर्दी है नही मेरे पास, इसलिए बर्दाश्त करना पड़ता है।"
"मैं अभी महल के अंदर जाकर अपना ही कोई गर्म जोड़ा भेजता हूँ तुम्हे।"

दरबान ने खुश होकर बादशाह को फर्शी सलाम किया और आजिज़ी का इज़हार किया। लेकिन बादशाह जैसे ही महल में दाखिल हुआ, दरबान के साथ किया हुआ वादा भूल गया।
सुबह दरवाज़े पर उस बूढ़े दरबान की अकड़ी हुई लाश मिली और करीब ही मिट्टी पर उसकी उंगलियों से लिखी गई ये तहरीर भी:
"बादशाह सलामत ! मैं कई सालों से सर्दियों में इसी नाज़ुक वर्दी में दरबानी कर रहा था, मगर कल रात आप के गर्म लिबास के वादे ने मेरी जान निकाल दी।"
समझ आई कहानी ???
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मप्र के भक्तों बीपी चेक करवाओ ग्लूकोज खाते रहो
फिर आप ही सरकार बनाओगे टेंशन नको
शान्त रहो और एन्जॉय करो, दाल बाटी खाओ, कॉफ़ी हाउस जाओ, डोसा खाओ
11 तक का इंतज़ार लम्बा है पर धीरज धरो
जो अरब खरब खर्च किया मोची मीडिया पर उसे वसूलने की प्रक्रिया खोजो
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मप्र विधानसभा के चुनावों की भविष्यवाणी - एक नोट और अवलोकन
मुझे यकीन है कि बीजेपी सरकार बनाएगी और शिवराज चौथी बार मुख्यमंत्री होंगे, केवल लोकसभा चुनाव तक रहेंगें और फिर मई जून के बाद अन्य कोई भूखा गीदड़ या सियार कठपुतली बनेगा. शिवराज को तो केंद्र सरकार के राज्यमंत्री के रूप में दिल्ली ले जाया जाएगा - हल्का सा मंत्रालय पकड़ा देंगें , यह भी लिख लीजिये कि शिवराज को मोदी कैबिनेट में सीट नही देंगे यह निश्चित रूप से मान लीजिये, या संघ के चहेते होने के कारण भाजपा संगठन में एक बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.
कांग्रेस के जमीन के काम और प्रतिक्रिया को देखकर कह रहा हूँ कि इस बार भी नही आयेगी, कांग्रेस को राज्य में 90-92 से अधिक सीटें नहीं मिलेंगी बल्कि वरिष्ठ नेता हार जायेंगे बड़ी लीड से
फील्ड के घूमने के अनुभव पर मेरे अवलोकन और आधार पर यह निर्णय के तौर पर लिखा है पूर्वानुमान - इसे सबूत के रूप में इसे सहेजें।
और एक कारण - कल्लू मामा की भांजी ईवीएम
Prediction of MP Elections , take a note
I am sure BJP will form Govt and Shivraj will be CM for fourth time, only thing he will remain up to LS elections and then some other will take charge and he will be either taken to Cent Govt as Minister of State - Modi will not offer him Cabinet seat I am damn sure, or in Organization at a bigger position.
Congress cant beat seeing the ground work and feedback. Congress will not get even 90 -92 seats across the states rather senior leaders will loose the verdict.
Please save this as Proof of my Judgement on Field experience.
The reason behind is - Kalloo Mama and his niece EVM
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देख लिया ना फर्जी चाय बेचने वालों ने देश बेच दिया
भले ही घर बैठो, किसी को भी वोट दो पर ये चाय बेचने वाले टाईप अनपढ़ , अर्ध शिक्षित और कुपढ़ों को वोट मत देना
जो आदमी झूठ पर झूठ बोलकर विश्व फ़लक पर देश का नाम डूबो दें देश बेच दें - उस पर विश्वास कर आप अपना नही अपनी संतानों और आने वाली संततियों को बर्बाद कर रहें हो
जो सरकार आपको सुख नही दे सकी, नंगा भूखा कर दिया वो आपकी आने वाली पीढ़ी को क्या देगी यह समझ आपको अभी भी नही तो काटजू साहब मूर्ख बोले थे मैं आपको धूर्त, गंवार और अव्वल दर्जे का बेवकूफ कहूंगा
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