नारीवादी , महिला वादी और वामपंथी महिलायें जो मेहंदी लगाकर और करवे खरीदकर और सभी प्रगतिशील वामपंथी नास्तिक जो बीबियो के उपवास में सहानुभूति जता कर आज करवा चौथ मना रहे है , उन्हें बधाई।
साहित्य का जो गिरोह है उससे बड़ा, संगठित और घटिया कोई नही है और इसमें लेखक प्रकाशक से लेकर आलोचक और विक्रेता तक शामिल है जो लिखने से लेकर बेचने खरीदने और पुरस्कार की रेवड़ियां बांटकर लौटाने की भूमिका बखूबी निभाता है।
हम सब, मेरे सहित इस खेल में शामिल है ।
सरदार पटेल के बहाने मोदी देश की राजनीती को एक नए मोड़ पर ले जाना चाहते है। सभी पूर्ववर्ती दिग्गजो को पछाड़कर नया मोहरा। वैसे इकट्ठे किये लोहे से और क्या किया ?
लगता है मोदी ने मुक्तिबोध को समझ लिया "......तोड़ना होंगे मठ और गढ़ सारे ...." सारे खतरे उठा रहा है ... सच में वन्दनीय
😂😂😂😂😂
पटेल को लौह पुरुष बनाकर स्थापित कर रहे है पर अभी शिवराज को नही निकाल पाये जो व्यापम के दोषी है या बलात्कारी निहालचंद्र , क्या करें बेचारे कठ पुतली में इतनी ताकत कहाँ ? जो नागपुर कहेगा वही होगा मेरे आका ।
बिहार में पटाखे फूटने का इंतज़ार है
राज्यों के बीच सम्बन्ध और आदान प्रदान और कार्यक्रम वर्षभर करने का सुझाव सराहनीय है। इसे तुरन्त लागू करें ।
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