Dr Sadhana Kaushik Sewak जी से 1991 के बाद आज मुलाकात हुई, 1989 में मप्र शासन के उच्च शिक्षा विभाग में थोक में प्राध्यापकों की नियुक्तियां हुई थी हर विषय में, मेरी मित्र Dr Neerja Batle की नियुक्ति खातेगांव जिला देवास में हुई थी, मैं उधर जब काम से जाता तो उससे मिलता साथ ही मुलाकात होती साधना मैडम से जो सावदेकर महाविद्यालय में प्राणिशास्त्र की प्राध्यापिका थी, बाद में वे महिदपुर गई और फिर 28 वर्षों से नीमच के सीताराम जाजू शासकीय महाविद्यालय में अध्यापनरत है
बाद में उनके बेटे दुष्यंत सेवक से दोस्ती हुई और फिर सिलसिला निकला बातचीत का, तीन चार दिन से किसी काम के सिलसिले में नीमच आया हूँ तो आज संयोग बना और फिर 30 वर्षों बाद नीमच में आज उनसे उनके घर मुलाकात हुई, साथ ही तेजस, परम् और श्री नरेंद्र सेवक जी से भी बड़ी आत्मीय मुलाकात हुई और झकास वाला नाश्ता खाया, बहुत पुरानी पुरानी बातें और तत्कालीन प्राध्यापक मित्रों को याद किया
सहज, निश्चल स्वभाव वाली साधना जी आज भी वैसी ही है - बिल्कुल नही बदली, आज के दिन की शुरुवात तीस साल पुरानी वाली यादों से शानदार हुई, आपका बेहद शुक्रिया साधना जी
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LIC चोर है, कंगाल हो गई है, सावधान रहें
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#भारतीय_जीवन_बीमा_निगम जब से सरकार ने अधिग्रहित की, यह जनता की कम्पनी चोर निकली, बीस साल पहले एक पॉलिसी ली थी कि 5 लाख मिलेंगे, अभी कल पॉलिसी मेच्योर हुई तो जो मूल राशि जमा की थी, चोट्टे लोगों ने ब्याज बोनस देना तो दूर जमा किये मेहनत की मूल राशि में से भी एक लाख दस हजार कम कर दिए
इस सरकार में बैठे भ्रष्ट और हरामखोर लोग और सबसे अयोग्य , घटिया और विशुद्ध मूर्ख निर्मला सीतारमण , सरकार के दो गुज्जु व्यापारियों नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने #LIC को बर्बाद कर आम लोगों के जीवन भर की कमाई पर डाका डाला है, ये कभी चैन से नही मरेंगे, कीड़े पड़ेंगे इनकी देह में ये मेरी बददुआ है
मित्रों , बिल्कुल किसी एजेंट के चक्कर में ना पड़े और कोई LIC वाला आये तो उसकी जूते से पूजा करके सड़कों पर दौड़ा दौड़ाकर मारे, इनके दफ्तरों पर जाकर थूको और अंडे फेंको
पिछले वर्ष #IDBI_Federal ने पांच साल में एक से दो लाख या न्यूनतम 22% ब्याज पर वापसी वाली एक पॉलिसी लौटाई, जिसमे मुझे दो लाख के बदले मूल राशि एक लाख तो मिलना दूर मात्र 87000/- मिलें यानी पांच वर्ष जमा रखने के बाद 13 हजार कम लौटाए और स्थानीय ब्रांच मैनेजर ने कहा कि ये रख लो वरना 30-40 हजार ही मिलेंगे, तब भी खूब लिखा पीएम से लेकर बैंक लोकपाल को पर किसी हरामखोर ने कोई कार्यवाही नही की
कल रातभर सोया नही और सिर्फ ये सोचता रहा कि 20 साल तक एक साल का प्रीमियम 14000/- बगैर नागे के भरता रहा कि चलो अब जब शरीर थकने लगा है तो ये पांच लाख के करीब मिलेंगे तो आराम करूँगा पर हरामखोरों ने मात्र 2,54,200/- लौटाये - इससे तो मैं किसी बैंक में 14000/- सालाना एफडी करता या बीस वर्ष तक आरडी करता तो शायद फायदे में रहता
इस सरकार का सत्यानाश हो और राम नाम सत्य का जुलूस निकले - इन सब हरामखोर निठल्लों का , निर्मला बाई तेरे को तो मरते समय पानी नसीब ना हो, लगातार दो साल में दो - ढाई खाकर बैठी है तू
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नीमच के जीरन तहसील में आज एक मेडिकल ऑफिसर से जब मैं पूछ रहा था कि "कोविड टीकाकरण की क्या स्थिति है" तो उन्होंने बड़ी अजीब बात कही - कि लोग टीका लगवाने तो आते है दूर दराज के ग्रामीण इलाकों से , पर जब कोवैक्सीन का नही होता तो लौट जाते है
"वे कोविशिल्ड लगवाने को तैयार नही है - क्योंकि कोवैक्सीन का टीका मोदी जी ने लगवाया था और सब वही लगवाना चाहते है, और इन दिनों कोविशिल्ड की ही सप्लाय है इसलिये हम पिछड़ रहें है बुरी तरह से"
लीला वेब सीरीज में खलनायक कहता है कि अब तुम मुझे कभी नही मार सकते, जगह - जगह लगे पोस्टर्स ने मेरे चरित्र को एक आख्यान और विचार बना दिया है और मैं कभी नही मरूँगा
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