जिस धरती पर रह रहे हैं वहाँ का कानून जानना जरूरी है अंग्रेज़ी में कहते है one must know Law of the Land
अपने कॉलेज में सन 1989 के बाद आज पुनः लौटा हूँ - आज एल एल बी में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण हुई और अपुन प्रथम वर्ष के नियमित छात्र बन गए
इधर कई वर्षों से लग रहा था कि पुनः विद्यार्थी बनना चाहिए ताकि विनम्र बनें रहें और सीखने सीखाने की प्रक्रिया जीवन मे अनवरत चलती रहें देवास आया तब से उधेड़बुन में था कि क्या करूँ, आखिर लॉ पढ़ने का निश्चित किया और लम्बी प्रक्रिया और बहुत सारी कागज़ी कार्यवाही करने के बाद 10 अगस्त को जब फीस भरी तो कन्फर्म हुआ
आज तीन कालांश में भी उपस्थित रहा , अब टेबल के सामने एकदम बीस इक्कीस बरस के बच्चों के साथ अटपटा लगता है, जब कक्षा ने घुसा तो सब खड़े हो गए उन्हें लगा कि माटसाब आएं और जब उनके साथ जाकर बैठा तो वे सहज हो पाए - फिर एक भेंजी और दो माटसाब ने पढ़ाया तो चुप नही रह पाया बोलता रहा, जिज्ञासाएं शांत करता रहा
अंत मे बच्चे आकर बोलें " अंकल - क्यों पढ़ रहे हो इतना , इस उम्र में भी " तो मैं जोर से हंस दिया और सबसे दोस्ती कर लौटा
B Sc, B Ed, MA - Eng Literature , MA - Rural Development, TISS Mumbai से एक विशेष पाठ्यक्रम और M Phil - Future Studies करने के बाद थोड़ी और पढ़ाई - एक दो विदेशी भाषाएं सीखने की तमन्ना है पर हमारे देवास गांव में व्यवस्था नही है
अच्छा लग रहा है एक छात्र बनकर और पहले दिन का निचोड़ यह है कि कानून मज़ेदार और शैक्षिक विषय है और इसे थोड़ा थोड़ा बचपन से हर स्तर पर समावेश कर पढ़ाना चाहिए ताकि तीन वर्षों के छह सेमिस्टर में 28 विषयों को ठूँसकर दिमाग में भरने के बजाय बचपन से ही सीखने पढ़ने और समझने का मौका मिले
एक बात और - अब उलझना मत भिया ☺☺☺
Comments