बड़ा सा शानदार, खादी का झब्बा पहनकर और झकास वाला डिओ छिड़ककर 14 लाख की गाड़ी बब्बा ने बंगले के बाहर निकाली और सरसरी निगाह से आज की दिनचर्या पर नजर डाली, रेबैन के चश्मे को केस से निकालकर पहना और रेडियो मिर्ची ऑन किया जिसमें भजन आ रहा था - वैष्णव जण तो तैने कहिये ....
कुल बारह जगह भाषण देना थे आज, नाश्ता गांधी आश्रम में, लंच फाइव स्टार में था और डिनर शहर के बाहर वाले वीआईपी रिसोर्ट में और आज कुल मिलाकर 15 प्रतीक चिन्ह मिलेंगे, 12 शॉल्स, 12 श्रीफल, डेढ़ लाख की नगदी पारिश्रमिक के रूप में, चार किताब लिखने के अनुबंध, तीन फील्ड ट्रिप का प्लान है आगामी माह में - जिसमे एक मालदीव का भी शामिल है - बीबी और बेटी भी शामिल होगी, यह मनवा लिया था उस रोटरी क्लब से
गाड़ी मंडी की ओर से घुमाई - "साला, ये गांधी आश्रम भी अब और बड़ा करना पड़ेगा, वर्धा टाईप जमीन कबाड़ना पड़ेगी, ये नया कलेक्टर कुछ ले देकर मान जाए तो ले लेते है इस साल, मेरे कार्यकाल की उपलब्धि भी रहेगी और कोने में बेटी का दफ़्तर भी बनवा दूँगा - कब तक किराए की बिल्डिंग में परेशान होगी, बब्बा सोच ही रहे थे कि अचानक एक बैलगाड़ी सामने आ गई - अबै तेरी माँ का... बोलते हुए बब्बा नीचे उतरे और गाड़ीवान का गला पकड़ लिया - "साले हरामखोर, तुम लोग आज भी मंडी में बेचने आ गए, कितने भूखे हो तुम किसान लोग, और तेरी गाड़ी साइड से लगा, मेरी गाड़ी में खरोच भी आ गई तो तेरी.. कर दूँगा..."
थोड़ा आगे बढ़े तो एक सब्जी बेचने वाली सामने आ गई, "बच गई साली अभी नीचे आ जाती तो फालतू का पंगा हो जाता साला सुबू सुबू" - उससे निपटकर जैसे - तैसे गांधी भवन पहुँचे तो वहाँ मुख्य द्वार पर ही बकरियां लेण्डी कर रही थी, गौ माता का ढेर गोबर पड़ा था, मख्खियां भिनभिना रही थी - गुस्से में पागल हुए बब्बा ने रामधारी को आवाज़ दी और कहा- 'कमीनों मुफ्त की रोटी खाते हो, सफाई नही होती तुमसे, ये गोबर तुम्हारा बाप उठाएगा...आज जनता आएगी, कम से कम गाय ढोरों को तो आश्रम से दूर रखो" फिर मुनिया को बुलाया एक सौ का नोट निकाला और बोले "जा मुनिया, रिलायंस फ्रेश से अमूल का डेढ़ लीटर दूध ले आ, चाय मस्त बननी चाहिये"
शांत चित्त से आश्रम में अंदर घुसे तो डायरी उठाई और पहले व्याख्यान का विषय देखा - जिसपर उन्हें बोलना था -
"वर्तमान समय में हिंसा, द्वैष और भाषा की शुचिता - किसान, महिला, आम आदमी और छात्रों के सन्दर्भ में"
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गांधी और शास्त्री जयंती की शुभकामनाएं
मजबूती का नाम ही गांधी है - यह भी याद रहें
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देश के सबसे बड़े नाम वाले रेलवे स्टेशन नाम Venkatanarasimharajuvaripeta है, इसकी स्पेलिंग में कुल 28 अंग्रेजी अक्षर हैं - यह स्टेशन आंध्र प्रदेश में मौजूद है, जो कि तमिलनाडु बॉर्डर के काफी करीब है और सबसे छोटे स्टेशन का नाम Ib है जो उड़ीसा में है
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