देवास जिले में है -
5 विधायक - 10 करोड़ विधायक निधि
3 सांसद - 15 करोड़ सांसद निधि
कुल 25 करोड़, एक शानदार अस्पताल तो बन सकता है , पर घटियापन और अपने लग्गू - भग्गूओं से, छर्रों और चमचों से फुर्सत मिलें तब ना
मूर्ख जनता है जो इनका गला नही पकड़ती और पूछती है, अर्जुन सिंह सरकार का बना अस्पताल ही आज काम आ रहा है, जिस पर ना कभी 30 साल पूर्व विधायक ने ध्यान दिया ना वर्तमान विधायक ने जो 6 वर्षों से है, एक ही काम किया जिन्होंने नगर निगम कमिश्नर संजना जैन को भगाने का
आज हाहाकार मचा है शहर में पर मजाल कि कोई जन प्रतिनिधि जनता के पास या पक्ष में दिख जाए और देवास की गुलाम जनता उसी सामंतवाद और राजे रजवाड़ों के महलों में गोबर खाने घुसती है, अब जब लगभग अधिकांश के परिजन मर रहें है तो भी समझ नही आ रहा कि पिछले 75 वर्षों की गुलामी ने इन्हें नँगा भूखा ही नही रखा बल्कि बर्बाद भी कर दिया और आज स्वास्थ्य की बेसिक सुविधाएं भी नही है जिले में कही, कल विधायक ने सीएम से वीसी में 50 रेमडेसीवीर के इंजेक्शन मांगे और ऑक्सीजन के कुछ सिलेंडर और मरीज हजारों है - क्या करें
धिक्कार है, उधर 18 वर्षों से एक ही आदमी मीठी सुरसुरी गोलियाँ बांटकर प्रदेश की जनता को "योगी" बना रहा है - मरो कम्बख्तों - तुम यही डिजर्व करते हो
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सुना था उत्पात मचाने वाले अपने पुत्र को इंदौर की मराठा शासक अहिल्या बाई होलकर ने हाथी से कुचलवा दिया था - पता नही उसकी आत्मा कितनी ख़ुश हुई होगी इस अनुष्ठान पर
इस एयरपोर्ट वाली निदेशक को भी नौकरी ही करना है, ख्याति के साथ रिटायर्ड होना है सारी सुख सुविधाओं के साथ, सो एक उपेक्षित रही और अब मंत्री बनी विधायक के साथ एयरपोर्ट पर हवन कर रही है, कल कोई मुस्लिम शासक आएगा तो नमाज भी होगी और गुरुबाणी भी पढ़ी जा सकती है - कुछ गलत नही है यहाँ - बेवकूफी का राष्ट्रीय अभियान चल रहा है और अंबेडकर का संविधान पंथ निरपेक्षता का कफ़न ओढ़कर कोने में कोरोना की मौत मर गया है - सवाल यह है कि यह अनुमति दी किसने, निदेशिका जी से यह उम्मीद नही थी - मुझे भी सतनारायण की पूजा करनी है आता हूँ कल, देखें कौन रोकता है फिर
हिन्दू राष्ट्र में अभी संसद के भीतर हवन यज्ञ देख लूँ तो झोला उठाकर चल दूँगा, IIMC में एक उजबक किस्म के हफ्ता वसूल पत्रकार ने यज्ञ किया ही था और आज पूरा संस्थान संघियो के कब्जे में है
मित्रों , देश गौशाला बन रहा है इसकी रबड़ी रोज खाया करो - हाजमा ठीक और दिमाग सही रहेगा
जरा सोचो आज से टीका उत्सव है इमेज बिल्डिंग का एक और कुत्सित प्रयास, थाली झाँझ, आरती और दीयों की जगह अब उत्सव मनाएंगे हम, अबै ज्ञानी विरोधाभासी कैसे होगा इधर लॉक डाउन / कर्फ्यू भी है और जनता जुलूस निकालकर उत्सव भी मनाएं मतलब पुलिस से अपनी दुकान सूजवा लें इस उत्सव में
मतलब कुछ भी - बस दिमाग मत लगाओ
जय कोरोना, जय हिंदू राष्ट्र कहते जाओ बंगाल, दमोह छोड़ दो बस - दो कौड़ी का आदमी और दो कौड़ी की समझ किसे कहते है आज समझ आ रहा है
चित्र सौजन्य - अनुज
गोपाल शर्मा के बड़े भाई, मेरे बहुत पुराने मित्र, एकलव्य के साथी और विज्ञान के लोकप्रिय लेखक केआर उर्फ कालूराम शर्मा का आज कोरोना से दुखद निधन हो गया, वे अज़ीम प्रेम फाउंडेशन, खरगोन में कार्यरत थे, खरगोन में जब बहुत तबियत बिगड़ी तो उन्हें इंदौर लाया जा रहा था और रास्ते मे ही उन्होंने दम तोड़ दिया
हम सबके लिए यह बेहद दुखी करने वाली खबर है
कालूराम बेहतरीन दोस्त, सूझबूझ वाले व्यक्ति और अच्छे लेखक थे
उन्हें श्रद्धांजलि और नमन
मित्रों स्थितियां गम्भीर होते जा रही है, व्यवस्थाएं खत्म हो गई है यहाँ तक कि मरने के बाद भी दिक्कत है अब - सतर्क रहें
The Wednesday में नसरुद्दीन शाह कहते है "the whole bloody system is collapsed and we can't do any thing" - वही हाल हो गया है और सरकारें चुनाव रैलियों, और सत्याग्रह के नाटकों में व्यस्त है
शर्मनाक है यह - छि !!!
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