अगर आप देश की मौजूदा राजनीती समाज और अर्थ व्यवस्था पर या गरीबी भूख शोषण और अन्याय पर कुछ नहीं लिख रहे और सिर्फ अपनी कहानी कविता उपन्यास में व्यस्त है और सिर्फ इसे ही सरोकार मानते है तो माफ़ कीजिये आप सही काम नहीं कर रहे है। आने वाला समय आपसे पूछेगा कि जब देश , समाज , समुदाय , स्त्रियाँ और बच्चे बिलख रहे थे तो आप किस नए समाज को गढ़ने में लगे थे ?? थोड़ा मुश्किल परन्तु गंभीर प्रश्न है मेरा जवाब नहीं चाहिए सिर्फ आप एक बार सोच कर देखिये।
कुछ चीजें छोड़े बिना नया करना और पाना संभव प्रतीत नहीं होता। फिर क्यों ना एक लंबा सा यु टर्न ले लिया जाए या कम से कम अपने आप से स्वीकारोक्ति करके आगे बढ़ा जाए।
Comments