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Posts of 28, 29 April 2019

"You want the answers" ?
"I want the truth....."
"You can't handle the truth...."

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Jack Nicholson in "A Few Good Men"
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ममता के 40 विधायक सम्पर्क में
इधर मप्र में भी शिवराज खाली बैठे है अर्थात चुनाव के बाद विधायकों की खरीदी बिक्री होगी
लोकतंत्र के सत्ता पुजारियों को सहन नही हो रहा, विपक्ष में बैठना गंवारा नही है

आज जो धमकी मोदी ने सरेआम ममता को दी वह देखिए जो बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ या देवी पूजकों को -कितना भयावह दृश्य है एक आदमी मंच से सरकार खरीदने की घटिया धमकी देता है
केचुआ और राष्ट्रपति का क्या रोल है ऊपर से डरपोक इतना कि चोरी नही की तो राफेल केस में कल क्यों नही प्रस्तुत हो रहें कोर्ट में क्यों बोलो
हद है मतलब
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असली भारत वंशी देशभक्त हो तो लो असली ठोस सेना का जवान सामने है एक फर्जी, दंभी, नकली, गैर जिम्मेदार,बदला लेने वाले व्यक्ति के सामने
इस जवान ने इतना ही बोला था ना कि दाल में पानी है, जिस देश मे भ्रष्ट सेना सबसे ज्यादा बजट चट कर जाती है और अफसर से लेकर प्रधानमंत्री तक इस बंटवारे में शामिल होते हो - कफ़न, ताबूत, बोफोर्स या राफेल, वहां एक जवान जो सबसे ज्यादा पीसता है उसने चार दाल के दाने ही ज़्यादा मांगे थे ना पर इस मोदी सरकार ने व्यवस्था सुधारने के बजाय उसे नौकरी से निकाल दिया
देशवासियों कन्हैया हो या ये तेज बहादुर - भाजपा का फर्जी देश प्रेम उघड़कर सामने आ गया है, जिस गंगा की कसम खाकर यह दुनिया भर के निकम्मों को बुलाकर घाट का पानी पिलाता रहा अब इसे एक छोटे से व्यक्ति ने ललकारा है

हारना जीतना अलग बात है पर इतिहास याद रखेगा कि कैसे एक चींटी ने हाथी का दम्भ तोड़ने की हिम्मत की, और इनकी हिम्मत साक्षी महाराज या प्रज्ञा जैसे संविधान विरोधियों के सामने पस्त हो जाती है, इतने पढ़े लिखे भाजपाई है, संघी है पर जब बात आती है सत्ता की तो सारी समझ खत्म कर ये अपने असली मुद्दे पर आ जाते है
अब देशभक्त हो तो दिखाओ , करो पहला वोट पुलवामा के शहीदों के नाम - एक जिंदा भुक्तभोगी आपके सामने है जो अपनी पेंशन ( पता नही मिल रही या नही या वो भी अम्बानी को दे दी जाहिलों ने) के खर्च से आपके सामने है, तीस लाख के फूल नही पर मन मे श्रद्धा और देश प्रेम का सबूत लेकर आया है
कांग्रेस को अब भी समझ नही आ रहा तो एक वोट भी मत दो - भाजपा और कांग्रेस की मानसिकता को अस्सी घाट पर नहलाकर मणिकर्णिका घाट ले जाओ और दो बत्ती, गंगा का जितना कबाड़ा जितना इन दोनों ने किया उतना तो भगवान नही कर सकते थे, पूरे शहर के मंदिरों को उजाड़ने का श्राप तो सांसद को लगना ही चाहिये, पुल के नीचे मरें लोगों की बद्दुआ तो सांसद को लगना ही चाहिये अगर आज काशीवासी अपने को धर्म , व्यवहार और नीति की बात नही समझा पाएं तो ये बाबा विश्वनाथ के मंदिर में अपनी मूर्ति लगा देगा जिसके नीचे लिखा होगा - सौजन्य से स्वयंभू धर्माचार्य अम्बानी बन्धु
स्वागत नही करोगे अपने इस नए महादेव, संघर्ष के प्रतीक, और आधुनिक अवतार "तेज बहादुर" का जो मोदी गरल पीकर मजबूत बना है
मोदी सरकार धोखा है
धक्का मारो मौका है
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कन्हैया को जीतना ही होगा और फिर इन तीन चार अलित दलित और कुंठित बुद्धिजीवियों की हालत देखेंगे जो सारे के सारे जबरन रायता फैला रहें हैं, इनकी जलन यह है कि ये अपने आका दिलीप मण्डल के द्वार से भी हकाल दिए गए है - ना अक्ल है ना समझ बस कुंठा और जलन के मारे जातीय विद्वैष में आकर ये आग उगल रहें है जे एन यू ना जा पाने का ( आरक्षण के बावजूद भी ) मलाल हताशा में बदल गया है और ये मारे दुख संताप और अवसाद में होश खो बैठे है

कन्हैया जीत गया तो ये आत्महत्या कर लेंगे देख लीजिएगा और नही तो जनता इन्हें मारेगी चौराहे पर मिर्च की धूनी देकर उल्टा लटकाकर और नंगाकरके

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