Skip to main content

Kuchh Rang Pyar ke, Siraj and Mira kumari of Ranipur Panna - Posts from 3 to 12 Sept 2021




Mohammad Siraj चौबीस परगना (पश्चिम बंगाल) जिले के टीटागढ़, बैरकपुर के रहने वाले है ; बहुत पुरानी बात है - जब ये बहुत छोटे थे तो युवाओं और किशोरों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सेवाग्राम, वर्धा, महाराष्ट्र में मिलें थे , खूब बातें की थी हमने उस सम्मेलन में - रैली निकाली थी और सामाजिक बदलाव के गीत गाये थे इकठ्ठे और तब सिराज़ ने मुझसे वादा किया था कि "दादा आपसे मिलने देवास आऊंगा" - क्योंकि यहां इनकी सगी ख़ाला भी रहती है

26 अगस्त से यहां थे - पर मैं नही था, लिहाज़ा ये भोपाल, ग्वालियर आदि जगह घूमते रहें, मेरा इंतज़ार करते रहें, आज पकड़ में आये तो थोड़ी देर के लिए, हम एक रेस्तरां में मिलें गपशप की और बस विदाई, पर अगली बार पूरा एक दिन साथ रहने का वादा किया है और जल्दी ही देवास लौटेंगे
सिराज़ 25 वर्षीय एक होनहार युवा है, किशोरों और युवाओं के साथ काम कर रहें है, "पहचान फाउंडेशन" नामक अपनी संस्था पंजीकृत करवाई है, इनकी आँखों में बदलाव के सपने है और दिल में बड़े - बड़े अरमान, पाँवों में पहिये है - तो बस घूमते रहते है जनाब
जाओ बच्चे खूब मेहनत करो, खुश रहो और तरक्की करो, जब मिला था तो बहुत छोटा था, अब 25 साल का हो गया बन्दा - समझदार और अक़्लवान , बहुत खुशी होती है जब देखते ही देखते बच्चे बड़े होकर आपको कहते है - "अपना ख्याल रखना, और कोई भी दिक्कत हो तो बताना दादा, मैं आ जाऊँगा - कही भी रहूँ ", कितनी ताक़त मिलती है ऐसे शब्दों से, बता नही सकता
आशीष और दुआएँ सिराज़
***


ये है मीराकुमारी पिता बाबूलाल, ग्राम रानीपुर जिला पन्ना की है, 22 जुलाई 2021 को जन्मी है
जन्म से ही नाक पर दो फोड़े थे, जो बड़े होते गए, मीरा का परिवार कोंडर आदिवासी समुदाय से है, इनके माता - पिता मीरा को रीवा से लेकर जबलपुर मेडिकल कालेज भी लेकर गए पर कोई इलाज नही बताया डॉक्टर्स ने, और समझाकर घर भेज दिया कि घर ही देखभाल करो कोई दवा नही फ़िलहाल
अब मीरा लगभग दो माह की हो चली है, फोड़े बढ़ते जा रहें हैं, उसे सांस लेने में परेशानी होती है तथा स्तनपान में भी और उस वजह से मीरा कमज़ोर हो चली है
कोई डॉक्टर मित्र बता सकते है यह क्या है और कैसे निजात पा सकती है मीरा इससे, प्रदेश के मुख्य मंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान जी को वहां के मित्रों ने कई ट्वीट किए थे पर कुछ हुआ नही और उम्मीद भी नही, क्या हम कुछ कर सकते है
आया हूँ तब से नजर में मीरा बिटिया ही अटकी है और अब उसके ये फोड़े काफी बड़े हो गए है चौथा भी निकलकर बढ़ने लगा है
रानीपुर पन्ना जिले का वही गांव है जहां पिछले दिनों 6 से 10 करोड़ तक के हीरे निकले है, ये आदिवासी समुदाय ही खदानें खोदते है और दुनिया के बेशकीमती हीरे निकालते है , #विकाससंवाद द्वारा चलाई जा रही एक परियोजना में गठित "दस्तक महिला समूह" की महिलाओं ने बताया कि गांव में पानी की समस्या है, वे अपने बच्चों के स्कूल बंद होने से बेहद चिंतित है, गांव में ऊंची जातियों के लोगों द्वारा जातिगत भेदभाव की भी बात उन्होंने की - पानी भरने से लेकर मंदिर में प्रवेश, शादी - ब्याह के अवसरों पर यह भेदभाव बहुत ज्यादा है
महिलाओं के समूह ने बचत करके आपसी मेलजोल से, छोटे लोन ले देकर अपनी कुछ समस्याओं से निजात पाई है और बहुत समझदारी से वे समूह को आगे बढ़ा रही है - शिक्षा, स्वास्थ्य, किचन गार्डन , शाला परिसर में किचन गार्डन विकसित कर पूरे क्षेत्र में एक अनूठी मिसाल भी कायम की है, ग्रामीण क्षेत्र के इस स्कूल में सिंदूर से लेकर कदम के पेड़ देखना बहुत ही आश्वस्ति दायक है, 7 शिक्षकों की टीम बहुत लगन से काम कर रही है, प्राथमिक शाला में 98 और माध्यमिक में 46 बच्चे पढ़ रहे हैं
***
Result declared and finally a graduate - "Law Legum Baccalaureus" 【 LLB 】
Sincere Thanks to my Principal , teachers, class mates, friends and most importantly to my Family which has been a boon during the entire span of 3 years
Last but not least - "Honorable Corona Dev", which made this dream come true
Sincere Reward from Lord Ganpati Bappa on very first day. Obliged ...
💖💖💖
***






Comments

Popular posts from this blog

हमें सत्य के शिवालो की और ले चलो

आभा निवसरकर "एक गीत ढूंढ रही हूं... किसी के पास हो तो बताएं.. अज्ञान के अंधेरों से हमें ज्ञान के उजालों की ओर ले चलो... असत्य की दीवारों से हमें सत्य के शिवालों की ओर ले चलो.....हम की मर्यादा न तोड़े एक सीमा में रहें ना करें अन्याय औरों पर न औरों का सहें नफरतों के जहर से प्रेम के प्यालों की ओर ले चलो...." मैंने भी ये गीत चित्रकूट विवि से बी एड करते समय मेरी सहपाठिन जो छिंदवाडा से थी के मुह से सुना था मुझे सिर्फ यही पंक्तिया याद है " नफरतों के जहर से प्रेम के प्यालों की ओर ले चलो...." बस बहुत सालो से खोज जारी है वो सहपाठिन शिशु मंदिर में पढाती थी शायद किसी दीदी या अचार जी को याद हो........? अगर मिले तो यहाँ जरूर पोस्ट करना अदभुत स्वर थे और शब्द तो बहुत ही सुन्दर थे..... "सब दुखो के जहर का एक ही इलाज है या तो ये अज्ञानता अपनी या तो ये अभिमान है....नफरतो के जहर से प्रेम के प्यालो की और ले चलो........"ये भी याद आया कमाल है मेरी हार्ड डिस्क बही भी काम कर रही है ........आज सन १९९१-९२ की बातें याद आ गयी बरबस और सतना की यादें और मेरी एक कहानी "सत...

संसद तेली का वह घानी है जिसमें आधा तेल है आधा पानी है

मुझसे कहा गया कि सँसद देश को प्रतिम्बित करने वाला दर्पण है जनता को जनता के विचारों का नैतिक समर्पण है लेकिन क्या यह सच है या यह सच है कि अपने यहाँ संसद तेली का वह घानी है जिसमें आधा तेल है आधा पानी है और यदि यह सच नहीं है तो यहाँ एक ईमानदार आदमी को अपने ईमानदारी का मलाल क्यों है जिसने सत्य कह दिया है उसका बूरा हाल क्यों है ॥ -धूमिल

चम्पा तुझमे तीन गुण - रूप रंग और बास

शिवानी (प्रसिद्द पत्रकार सुश्री मृणाल पांडेय जी की माताजी)  ने अपने उपन्यास "शमशान चम्पा" में एक जिक्र किया है चम्पा तुझमे तीन गुण - रूप रंग और बास अवगुण तुझमे एक है भ्रमर ना आवें पास.    बहुत सालों तक वो परेशान होती रही कि आखिर चम्पा के पेड़ पर भंवरा क्यों नहीं आता......( वानस्पतिक रूप से चम्पा के फूलों पर भंवरा नहीं आता और इनमे नैसर्गिक परागण होता है) मै अक्सर अपनी एक मित्र को छेड़ा करता था कमोबेश रोज.......एक दिन उज्जैन के जिला शिक्षा केन्द्र में सुबह की बात होगी मैंने अपनी मित्र को फ़िर यही कहा.चम्पा तुझमे तीन गुण.............. तो एक शिक्षक महाशय से रहा नहीं गया और बोले कि क्या आप जानते है कि ऐसा क्यों है ? मैंने और मेरी मित्र ने कहा कि नहीं तो वे बोले......... चम्पा वरणी राधिका, भ्रमर कृष्ण का दास  यही कारण अवगुण भया,  भ्रमर ना आवें पास.    यह अदभुत उत्तर था दिमाग एकदम से सन्न रह गया मैंने आकर शिवानी जी को एक पत्र लिखा और कहा कि हमारे मालवे में इसका यह उत्तर है. शिवानी जी का पोस्ट कार्ड आया कि "'संदीप, जिस सवाल का मै सालों से उत्तर खोज रही थी व...