Fitness Challenge by N Modi
126 करोड़ हिंदुस्तानी इतना सब होने के बाद अपने दम पर मेहनत कर जी रहे है यह कम है क्या, दूसरी ओर देश का प्रधानसेवक सबका मजाक उड़ाते हुए अपनी ही आत्म मुग्धता में जीते हुए वीडियो डालकर प्रसिद्धि पाने के सस्ते तरीके अपनाकर इतिहास में अमर होने की कोशिश कर रहा है
इंतज़ार है अमित शाह, रमणसिंह, नितिन गडकरी से लेकर तमाम और लोगों का जो दस से बीस लोगों का पोषण हड़प रहे है
2019 आने तक पता नही क्या क्या और देखना पड़ेगा भगवान जाने पर एक बात तो तय है कि इतना छिछोरापन नेहरू , शास्त्री, मोरारजी, जगजीवन राम, चन्द्रशेखर, गुजराल, इंदिरा, राजीव, देवेगौड़ा, नरसिम्हाराव या मनमोहन ने नही किया और ये इस तरह की हरकतें करके भरे पेट लोगों को चैलेंज कर अमर होना चाहते है - नेहरू की जगह लेना चाहते है
जिस देश मे बच्चे जन्म से पहले मर जाते हो, कुपोषण से या ऑक्सीजन से मर रहे हो, अस्पतालों में मलेरिया की दवाई ना हो या भूख से आदिवासी मर रहे हो वहां यह बात दिमाग मे लाकर क्रियान्वित करने वाले संविधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की समझ पर आपको भरोसा और यकीन है तो आपकी बुद्धि पर तरस भी नही आता बल्कि शर्म आती है कि आपके जैसे कम अक्ल और अपढ़ लोगों की वजह से आज देश रसातल में डूब गया है और अब इससे ज्यादा कबाड़ा तो भगवान भी नही कर सकते
अभी 2024 तक इन्हें ही जिताये ताकि आपकी औलादें ये सब देखकर आपको ऐसा सबक सीखाएं कि आप कही चुल्लू भर पानी मे डूबने लायक भी ना रहें
जिस देश ने दुनिया को योग सिखाया, और इन्ही के प्रयासों से योग को मान्यता मिली और 21 जून योग दिवस स्वीकारा गया वहां का प्रमुख योग के नाम पर ऐसी हरकतें कर रहा है
धन्य है देश और यह नेतृत्व , फिर कहता हूँ कभी नही कहूँगा - एक था मोदी
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