आज मुझे लगा कि सोनू सूद, आमिर खान, मृत सुशांत का परिवार, शाहरुख खान, कंगना, रिया, सोनाक्षी, अमिताभ, धर्मेंद्र, कपूर खानदान, सांसद किसान सन्नी देओल, स्वप्न सुं "डरी" हेमामालिनी, प्रेयसी मीरा रेखा और अनुराग कश्यप से लेकर (अ)प्रकाश झा तक के ज्ञानी, समाज विश्लेषक और परम बुद्धिजीवी समुदाय किसानों के लिए लंगर खोलकर सेवा कर रहे है, सबको परोस रहें है और सेवा में जुटे है
इन सबने अरबों रुपया कमाया है - इन्हीं सबको अपने ज्ञान और विलक्षण कल्पनाशीलता से समाज की, खेती की, गैर बराबरी को बदलने की तकनीक सीखाई है "मेरे देश की धरती सोना" उगले टाईप देशभक्ति के गानों से भक्ति की अलख जगाई है तो अब बेचारे कर्ज़ अदा कर रहें है नमक और गेहूँ की बाली का और सरसों के साग का
अफसोस और सुबु सुबु नींद खुल गई उस गाड़ी की आवाज़ से जो कर्कश स्वर में चिल्ला रही थी - "गाड़ी वाला आया जरा कचरा निकाल" , फिर सो गया कि कचरा तो बनारस में होता है यहाँ कहाँ - मप्र में तो किसान के बेटे और हम सबके लाड़ले मामा का राज है जो जमीनी सिंधिया के समर्थन से मुखिया बने है, वो महान सिंधिया जिसने चंबल में किसानों को अरबों की ज़मीन मुफ्त में दान कर दी अपने खानदान की गौरवशाली परम्परा निभाते हुए और महल खोल दिये है
अबै साला, बन्द कर बै ये भौंडा गाना और सुनहरा स्वप्न देखने दें
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चाँद आज फिर शबाब पर है, यह सोने की नही जागने की रात है, चाँद को सुबह तक उसके घर छोड़ आना है, कल से घटना शुरू होगा और कोई साथ ना देगा - आज जाग लो संग संग उसके
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