सब्जी भाजी, लहसून प्याज़, आलू से लेकर छोटे कारीगरों की बनाई चीजों के भाव करना बंद कीजिए , घर के सामने से ठेले पर माल बेचने वालों, फेरी लेकर गुजरने वालों से भाव करके उन पर इमोशनल अत्याचार कर खरीदना बन्द कीजिये - फल हो या सब्जी वे बड़ी मुश्किल से हिम्मत करके गांव की कांकड़ छोड़, अपना घर और बच्चों को घर में अकेला छोड़ आप जंगली जानवरों और सीमेंट कांक्रीट के भयावह जंगल में अपना माल बेचने आएं है उनसे खरीदिये - इतना तो कर सकते हो ना पढ़ें लिखें शरीफजादों एहसान होगा आपका इतना ही - ज्यादा चतुर सुजान हो तो अपने हिस्से के दाल चावल, गेंहूँ मक्का और सब्जी फल उगा लो अपने मकान और फ्लैट में ***** संघ तो सांस्कृतिक संगठन है, फिर किसान आंदोलन में क्यों नही आज भी कल से किसान आंदोलन में खाना बांटते दिखा नही क्यों अब समझ आया कि इनकी कार्यवाही, मानसिकता और कार्यप्रणाली किसके इशारों पर चलती है जो देश की आजादी में शामिल नही थे वो किसानों के क्या होंगे किसान भाई बहनों - बन्द करो इनके टुकड़े तोड़ू लोगों को मुफ्त का भोजन परोसना गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का आभार जो नर्मदा आंदोलन से लेकर भूकम्प पी...
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