सत्ता............ -उदय प्रकाश जो करेगा लगातार अपराध का विरोध अपराधी सिद्ध कर दिया जायेगा जो सोना चाहेगा वर्षों के बाद सिर्फ़ एक बार थक कर उसे जगाये रखा जायेगा भविष्य भर जो अपने रोग के लिए खोज़ने निकलेगा दवाई की दूकान उसे लगा दी जायेगी किसी और रोग की सुई जो चाहेगा हंसना बहुत सारे दुखों के बीच उसके जीवन में भर दिये जायेंगे आंसू और आह जो मांगेगा दुआ, दिया जायेगा उसे शाप सबसे सभ्य शब्दों को मिलेगी सबसे असभ्य गालियां जो करना चाहेगा प्यार दी जायेंगी उसे नींद की गोलियां जो बोलेगा सच अफ़वाहों से घेर दिया जायेगा जो होगा सबसे कमज़ोर और वध्य बना दिया जायेगा संदिग्ध और डरावना जो देखना चाहेगा काल का सारा प्रपंच उसकी आंखें छीन ली जायेंगी हुनरमंदों के हाथ काट देंगी मशीनें जो चाहेगा स्वतंत्रता दिया जायेगा उसे आजीवन कारावास ! एक दिन लगेगा हर किसी को नहीं है कोई अपना, कहीं आसपास !!
The World I See Everyday & What I Think About It...