वृहदारण्य उपनिषद में गार्गी का अंतिम प्रश्न था - "कौनसा तत्व आकाश को बींधता है, अंतिम सत्ता क्या है " याज्ञवल्क्य का जवाब था - "अक्षर" #कुछ_रंग_प्यार_के [ जब से यह प्रसंग पढ़ा है, मन बहुत बेचैन है और अक्षत और अक्षर के बीच घूम रहा रहा हूँ ] *** ◆ महिलाएं अंतरिक्ष पर जाने वाले चंद्रयान की टीम का हिस्सा है और लीड कर रही हैं ◆ महिलाएं पायलट है ◆ बड़े उद्योगों से लेकर एनजीओ और ट्रस्ट की कमान महिलाओं के हाथ में है ◆ एयरफोर्स से लेकर नेवी और पैरा मिलिट्रीफोर्स में है पर नही जी कमजोर है वो ◆ दुनिया की श्रेष्ठ डॉक्टर महिलाएं हैं ◆ खेती किसानी में सबसे ज्यादा आगे महिलाएं हैं ◆ न्यायालय से लेकर तहसील के छोटे से कार्यालय में महिलाएं अपनी योग्यता से काबिज हैं ◆ बैंक, पोस्ट ऑफिस, बीमा कंपनी से लेकर निजी क्षेत्र में महिलाएं काबिज हैं पर हमारा पुरुष प्रधान समाज है कि अभी भी उन्हें रक्षा का वचन दे रहा है, ना मात्र वचन दे रहा है - बल्कि रक्षा के बंधन में भी डाल रहा है ताकि वह चंगुल से निकलकर अपनी मर्जी से कोई निर्णय न लें और कोई ऐसा काम ना करें जिसमें पुरुष की मर्जी शामिल न हो - कित...
The World I See Everyday & What I Think About It...