अभी एक प्रतिष्ठित मित्र और जिम्मेदार कानूनविद को बाहर किया क्योकि वे कह रहे थे कि "आपको मराठी ब्राह्मण होने पर यह सब लिखते हुए शर्म आना चाहिए"
मैंने कहा कि मैं भारतवासी हूँ ना कि महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण, दूसरा तुम्हे किसने ठेका दिया कि प्रमाणपत्र बाँटो, तीसरा मोदी और उसकी आर्थिक नीतियों का विरोध करना और अम्बानी को देश सौंपकर आम लोगों को बर्बाद करने की निंदा करना कबसे शर्मनाक हो गया और अंत में ये होते कौन है मुझे सही गलत ठहराकर मेरी शर्म हया बताने वाले और सच तो यह है कि जितना नुकसान इस देश का ब्राह्मणवादियों ने किया मनुवाद की आड़ में उतना किसी ने नही किया
मोदी सरकार ने सबसे बड़ा नुकसान यह किया कि पढ़े लिखें लोगों को पंगु बना दिया , इन्हें नोटबन्दी, सेना का राजनैतिक और बेजा इस्तेमाल, जवानों से लेकर किसानों की हत्या / आत्महत्या, कश्मीरी पंडितों का दर्द, देश का अरबों रुपया लेकर भागे माल्या और मोदी गैंग, संविधानिक संस्थाओं का नाश, अदालतों का गिरता स्तर, बुलेट ट्रेन के हसीन सपने, बेरोजगारी और देशभर में मचा हाहाकार सुनाई नही देता - ये बकैतों का देश बन गया जहां एक आदमी विदेशी दौरों, सूट बूट और शूटिंग की नौटंकी में 5 साल बर्बाद कर क्या देकर जा रहा है सिर्फ संडास जिसने पानी भी नही है, अटल जी की सड़क योजना ठीक थी जो आज भी यादगार है
समझदार वकील, शिक्षक, डॉक्टर, प्राध्यापक, इंजीनियर से लेकर निष्पक्ष माने जाने वाले पत्रकार तक अपढ़, कुपढ़ और गंवारों जैसी बातें कर रहे हैं
यह देश का दुर्भाग्य ही है कि इन जाहिलों को पढ़ाने का खर्च सरकारों ने यानी जनता ने अपने रुपयों से दिया और ये लोग आज जहां भी है वहां भी जनता का हाथ है आम लोगों की कुर्बानियां है
जितना उच्च शिक्षित या समझदार हम जिसे मानते है वह इन चार सालों में ब्राह्मण, वैश्य, राजपूत या विशुद्ध दलित बन गया और फायदे उठा रहा है बल्कि कुछ पढ़े लिखे गंवार प्रमाणपत्र बांट रहें हैं जबकि ये स्वयं लोगों के हक दिलवाने का धंधा करते है और चारसौ बीसी करके पेट भरते है अपना
मोदी सरकार का यह काम देश को बर्बादी के रास्ते पर ले जाने वाले और जिम्मेदारों को असंविधानिक कृत्यों को करने के उकसाने और मजबूत जातिवाद बनाने में खासकरके घटिया मनुवादी व्यवस्था की पुनरावृत्ति करने के लिए भी याद रखा जाएगा
कांग्रेस ने जिस जातिवाद को जिंदा रखकर भुनाया और कालांतर में सांप्रदायिक बनाकर जनमानस को मारने का सुलभ रास्ता फ़ासिस्ट वादियों के लिए खोला उसे मोदी सरकार ने और पुख्ता किया क्योकि मूर्खों और बौद्धिक जुगाली करने वाले भरे पेट लोगों का बड़ा वर्ग तैयार हो गया है बल्कि गए 5 वर्षों में ये निष्णात और पारंगत हो गए है
यह दुर्भाग्य ही है कि सभी महत्वपूर्ण जगहों पर सवर्ण मानसिकता के लोग है और उच्च जातियों के भी - जहां दलित है भी तो वे सांस्कृतिक संक्रमण में सरनेम सवर्ण लगाकर वही बोली बोल रहे है जो कौव्वे बोल रहे है
यह चुनाव ही नही एक लड़ाई है जो शिक्षितो की जाहिल और कुरुप मानसिकता के खिलाफ लड़ी जाना है और इसमें उन्हें पछाड़ना है जो दल बदल कर पाप धोने गटर में शामिल हुए जा रहें है - यह जया प्रदा जैसे लोगों को धिक्कारने का समय है जो सारे पाप करके अवसरवादी बन गई या जो कांग्रेस या अन्य दलों में शामिल हो रहें है
इन 5 सालों का मूल्यांकन जब भी होगा सिवाय कीचड़ गंदगी और बर्बादी के अलावा कुछ नही मिलेगा
और हम लोग कहेंगें एक था मोदी
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अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद को तिलमिलाते और बिलबिलाते देख मज़ा आ रहा है
जो भी हो 72000 का , मोदी ने कौनसे दे दिए 15 लाख , पर इस समय इनका जो ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है उससे किसी को अटैक ना आ जाएं
बापडों के सामने से सर्जिकल स्ट्राइक की परोसी हुई थाली खींच ली हो जैसे और सत्ता के ये भूखें - आह !!!
कमाल है कि संडास बाथरूम उज्ज्वला या 15 लाख कुछ काम नही आ रहा और ना ही अर्जी फर्जी देश प्रेम और सर्जिकल स्ट्राइक
एक बार सबूत बता देते या राफेल के भाव खुले आम बता देते तो देश को विश्वास होता पर अम्बानी अडानी के दबाव में जो गुप्त गंगा बहाई दो लोगों ने अब भुगतो
टिकिट वितरण में आंतरिक घमासान और बलि के बकरे बनते गडकरी, हेमा या गिरिराज को देखकर भी समझ आ रहा है कि हालात कितने विस्फोटक है
इधर रजत, सुधीर और अर्नब टाईप कुत्तों को लग रहा है कि अब रोटी दूध राहुल बाबा देंगे और ज़ेड श्रेणी के कम्फर्ट ज़ोन का क्या होगा निकम्मी औलादों को पदमश्री कैंसे मिलेंगी
मजेदार है - फिलिम देखने की जरूरत नी है भिया फिरि का मंजन हो रिया है - कसम से दस्त और बवासीर का यह चरम समय है और इनके आपसी भगन्दर भी बाहर आ रिये हेंगे
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ये भेजा फ्राई आरती को थोड़ी अक्ल दो भगवन
इतनी बड़ी पागल है और अभी तो एकदम ही पगला गई है
राहुल बाबा सामने होते तो रणचंडी उनकी छाती पर बैठकर गला दबा देती किसी स्क्रीजोफेनिक मरीज की भांति - गम्भीर न्यूरोटिक हो गई है आज पूरी भाजपा
Please get well soon team watchman
गजब की भर्ती है एक संबित है ही और एक ये अजब गजब
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रंग बरसे भीगे चुनरवाली
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तुम 15 लाख का वादा करके पलट जाओ साला 5 साल बात मत करो - बाद में मोटा भाई कहें कि जुमला था - वह झुनझुना नही है क्या, 138 करोड़ को बेवकूफ समझ रखा है क्या बै
अबे ओ जेटली उर्फ घटिया वित्त मंत्री तेरे कारण हम सब बर्बाद हो गये
अब कोई कह रहा है कि मात्र 72000 देंगे सालाना तो तुम्हारी क्यों हालत पतली हो रही है
याद करो मनरेगा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन से लेकर शिक्षा , स्वास्थ्य तक लोगों को फायदा देने का काम पूर्ववर्ती सरकार ने किया
बेटा जेटली तुम्हारी फर्जी सर्जीकल स्ट्राइक, अभिनंदन के ड्रामे और सबसे दुखद पुलवामा में 47 सैनिकों के मारे जाने का सबसे बड़ा दुख है पर सर्जिकल की फर्जी स्ट्राइक जिसके ना सबूत है ना आंकड़े आज तक उसके बदले राहुल का यह दांव कैसा रहा
मोदी जी सेना का दुरुपयोग चुनाव और राजनीति में मत करो वे देश के लिए काम करते है भाजपा, अम्बानी और आपकी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नही
मोटा भाई और लोकसेवक सारी अक्ल और प्लानिंग का ठेका तुमने ही नही लिया है
जिसको पप्पू कहते थे न आज उसकी वजह से सबको दस्त लगें है
आज बरनोल लगाओ री सखी
होली की रँग पंचमी पर गजब का रंग फेंका है और पूरी पार्टी बिलबिलाकर कीचड़ लेकर सड़क पर आ गई है , सब पगला गए है घटिया भाषा और गाली गलौज कर रहें है मतलब राष्ट्रीय नेता भी औकात पर आ गए
कसम से मजा आ गया - गब्बर सोएगा नही आज
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