इक चाँद ही है जो भीगी सुबह ले आता है - ईद मुबारक _______________________________________ इक चाँद आसमान में आने से क्या क्या हो जाता है - करवा चौथ का व्रत टूटता है , महीने भर भूखे रहकर कड़ी धूप में पसीना झेलते रोज़ों की समाप्ति हो जाती है, एक पाक माह में सबके लिए दुआएँ मांगने का सिलसिला यकायक थम जाता है, इस खूबसूरत चाँद को देखकर दिल दुआएँ देने से रुकता नही मानो पूरी कायनात आज चाँद को देखते हुए थम जाएगी और निहारती रहेगी उसकी पाकीज़गी और खूबसूरती को प्रार्थनाएँ , दुआएँ , प्यार - मुहब्बत की बरसात तो बारहों मास - चौबीसों घंटे होती रहती है, इस प्रकृति में नेक नियत और अमन पसंद लोग ज्यादा है तभी यह धरती सदियों से यूँही है और इस पर बसे फरिश्तों और उनके ईमान और पाकीजगी के कारण ही सूरज और चाँद के साथ अरबों - खरबों सितारें इसे रोशन करते रहते है क्योकि पूरी आकाश गंगा में एक ही जगह है जहां हम रहते है जो भावनाएं समझते भी है और व्यक्त भी करते है होली दीवाली हो, वाहे गुरु का जन्मदिन, रणजीतसिंह की शहादत हो या दशहरे की खुशियाँ, ईद हो या जीसस का जन्मदिन, पवित्र आग के अग्यारी घर का त्यो...
The World I See Everyday & What I Think About It...