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Showing posts from October, 2025

Khari Khari, Drisht Kavi and Man Ko Chiththi - Posts from 13 to 31 Oct 2025

  बिहार चुनाव देश का बदनुमा दाग़ है ________ बिहार चुनाव में जो आज हत्या हुई और किसी विधायक उम्मीदवार पीयूष पर हमला हुआ, वह शर्मनाक है, अस्वीकृति की संस्कृति को स्वीकारना और असहमति को सम्मान देना यदि नहीं आता तो बंद कर दीजिए यह नौटंकी कु-सरकार बहादुर और नीतीश नाम के कलंक सबसे पहले बिहार में दिल्ली और अन्य राज्यों के मीडिया कर्मियों को जबरन हटाया जाए, स्थानीय मीडिया के लोगों को भी ऊलजुलूल लिखने और विश्लेषण करने से रोका जाए, इलेक्ट्रॉनिक चैनल्स को खासकरके चुनाव होने तक प्रतिबंधित किया जाए ताकि हत्या, लूट, ईवीएम छीनने के प्रयास ना हो इस तरह की हत्याएं अस्वीकार्य है और यदि कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो नीतीश से लेकर लालू तक को जेल में बंद कर दिया जाए, मोदी, शाह, मनोज तिवारी जैसे भांड से लेकर योगी, राहुल आदि की सभाएं खारिज कर इन नेताओं के राज्य में प्रवेश पर तुरंत रोक लगाई जाए, ये लोग सौहार्द्र बढ़ाने के बजाय लोगों को धर्म, जाति और रोजगार के नाम पर उकसा रहे है 14 नवंबर तक मीडिया जैसे दलाल और नीचतम माध्यम को नियंत्रण में रखना जरूरी है, वरना अनंत सिंह से लेकर लालू, नीतीश, तेजस्वी, चिराग या...

Khari Khari, Man Ko Chiththi, Drisht Kavi and other Posts from 6 to 12 Oct 2025

जो बीत गया वो इतिहास है जो रच गया वो विश्वास है यदि आपको लगता है कि इंजीनियर, डॉक्टर, प्राध्यापक, मीडिया, न्यायाधीश, वकील और पढ़े - लिखें लोग बुद्धिजीवी है, नीति निर्माता या समाज में असर पैदा करने वाले इन्फ्लूएंसर हैं तो आप बहुत मुगालते में है, ये लोग विशुद्ध मूर्ख और जाहिल है - इन्हें समाज, दुनिया या वैश्विक मुद्दे तो दूर अपने क्षेत्र की बहुतेरी समस्याओं का भी भान नहीं है, सदियों से अपने कोरे और थोथे ज्ञान से सिर्फ रूपया कमाने में ये लोग लगें है, इन्हें सरल सा भाषा ज्ञान नहीं - अपनी माईबोली, अंग्रेजी, हिंदी या अपनी मातृभाषा समझना तो दूर - सही उच्चारण नहीं कर सकते और किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में ये इतने उथले और थोथे होते है और यह जानना हो तो चार पंक्तियों का लिखा हुआ कोई उद्बोधन या वक्तव्य पढ़वाकर देख लीजिए समझ के स्तर पर ना इनकी कोई राजनैतिक विचारधारा है और ना ही कोई ठोस विकल्पों वाली समझ, सिर्फ मै, मै और मै तक सीमित ये लोग बेहद खोखले और आत्म मुग्धता में डूबे हुए है, मजेदार यह है कि अधिकांश इनमें से नशे में धुत्त है और चौबीसों घंटे अपने स्वयं के दर्प में गले - गले तक फंसे हुए ये लोग क...