एक पुस्तक का विमोचन इतनी बार हो रहा है कि कहा नही जा सकता, मुम्बई से लेकर कालूखेड़ी , अमेरिका से लेकर भैंसदेही तक, अंडमान निकोबार से लेकर बीजाडांडी तक - लिखे और छपे हुए जुम्मे - जुम्मे दो हफ्ते बीते नई और उम्मीद इतनी कि पचास लाख प्रतियां बिक जाएँ किसी तरह से - पूरा खानदान लग गया है लेखक और प्रकाशक का, बस फर्क इतना है कि प्रकाशक सभी के साथ न्याय कर रहा है धीरे से सबकी किताबों का केश लोचन करवा रहा है पर लेखक तो एकदम ई भयानक आत्म मुग्ध हो गया है - सुबह दिशा मैदान को जा रहा तो किताब ले जा रहा है कि "भाई हाथ भी मत धो - पेले बिमोचन कर दें, फोटू पेलना हेगा फेसबुक पर" और प्रचार का तो पूछो ई मत भिया - बीबी, माशुकाएं, बच्चे, सास, ननद, बहु, टोमी, कालू, मोती और रेट कैट तक कर रिये हेंगे पर फिर भी ससुर एक लम्बर पे नई आ रई हेगी - सबसे हाथ पाँव जोड़कर लिखवा लिया, फोटू मंगवा लिए पढ़ते हुए , पोष्ट भी कर दिए पर माल बिक नई रिया क्या इलाज है किसी के पास #दृष्ट_कवि *** मप्र का राजगढ़ - ब्यावरा पुण्यात्माओं की भूमि है आज की खबर यह है कि मधुरानी तेवतिया दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की प्रमुख सचिव ...
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