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Showing posts from April, 2023

Amber's Post and Khari Khari - Posts from 19 to 27 April 2023

  Ammber Pandey की पोस्ट अपनी विशेष टिप्पणी के साथ ◆ A Grade के लिये पहली शर्त यह है कि कम्प्यूटर या मोबाइल एप की समझ और उपयोग आना जरूरी है, ताकि अड़े - सड़े कवियों की घटिया कविताओं के कुछ हिस्सों के पोस्टर बनाकर रोज नित्य कर्म करते समय बगैर नागा 265 लोगों को एक साथ वाट्सएप पर ठेल सकें और ये कॉपी पेस्ट कवि प्रगतिशील हो तो और बढ़िया, तृतीय श्रेणी का रिश्वतखोर बाबू हो तो गज्जब होगा, कालेज या विवि के माड़साब लोग्स या ब्यूरोक्रेट्स अपनी वाली वाल पर चैंप देते है शुक्रिया करते हुए ◆ कालेज के फर्जी और मक्कार मास्टर शहर में घूमने आई (पतियों के संग) हर सुंदर या काली - पीली महिला (ये इन्ही के शब्द है) से किसी दूसरे के घर चाय पर मिल सकते है और दूसरों की चरित्र हत्या कर सकते है और खुद को सच्चा मोती साबूदाने का और दूध के धुले साबित कर सकते है, ये नीच लोग कभी जेब से एक रुपया नही खर्चेंगे ◆ B Grade के लिए चार किस्म के # से बूढ़ी कवयित्रियों और युवा लौंडों से ठिठोली करते आना चाहिये, कविता से लेकर फिल्मी गानों और मरे खपे हीरो - हीरोइनों पर लिख सकें, कुछ बुढियाएँ इसी से पोस्ट पर आती है, साथ ही हर आयो...

Khari Khari 18 April 2023

साहित्य, साहित्य के धन्धेबाज इतने नीरस, उबाऊ और पकाऊ हो गए है कि ना पढ़ने की इच्छा बची है ना कुछ लिखने की बेहतर है साहित्य त्यागकर कुछ और किया जाये मतलब सिवाय बकवास, आत्म मुग्धता, निंदा, चुगली, नीचता और घटियापन के कुछ शेष नही वही कि हर जगह गैंग है, मवाली है, कुपढ़ है, बकलोल है, लठैत है और निरापद लोग है, जिन लोगों का समाज, समुदाय और बदलाव से सरोकार नही उनसे क्या रिश्ता और दोस्ती रखना, अपने को कोई शौक भी नही अब, किसी से कोई "रोटी - बेटी का सम्बंध तो करना नही या निभाना है", गैर सरोकारी लोगों से रिश्ता निभाने में समय क्यों बर्बाद करना, मरे ससुरे मेरी बला से - बहुत कुछ अभी पिछले कुछ दिनों में स्पष्ट हो गया लिहाज़ा, आज से सब बकवास को अलविदा, बस अब ना किसी को लिखना, ना किसी को पढ़ना - बेहतर है जो साहित्य के धन्धेबाज है वो विदा ले लें या छंटनी करनी पड़ेगी , 70 - 80 मंजे हुए लोगों को अभी तक निकाल दिया है सूची से, अभी यह क्रम जारी रहेगा अगले पूरे हफ़्ते, बस 300 -350 तक सूची रहेगी, जरूरत ही नही इन ज्ञानियों की मैं भी कम नही किसी से पर जब अपने को किसी से अब मतलब नही तो क्या अर्थ है फालतू सम...

मड़वा यानी रागी का डोसा 2 April 23 Sandip Ki Rasoi

मड़वा यानी रागी का डोसा गुमला, राँची से लौटा हूँ, आते समय Anshu Dungdung Leena Tigga और Sharad Nayak ने ढेर सब्जियां, और रागी सहित रागी का आटा भी दिया था, सब्जियां तो पुटकल के अलावा कुछ लाया नही, एकाध किलो साबुत रागी और एक किलो रागी का आटा ले आया हूँ आते ही आज रागी डोसा बनाया है, मोटे अनाज की फसल का यह डोसा स्वादिष्ट ही नही पौष्टिक भी है, अब अगले 15 दिन यही खाया जाएगा तब तक JiBhawani भेज ही रहा है थोड़ा आटा और थोड़ी सी रागी अंशुबाला और लीना के हाथों बहुत साधारण विधि है, आटे को नमक मिलाकर पानी से घोल लिया, एक घण्टा रख दिया और फिर अभी आधा चम्मच इनो पाउडर डाला और थोड़ा सा पानी मिलाकर पतला घोल बना लिया, गर्म तवे पर तेल डालकर डोसा बना लिया अप्रतिम और शानदार #संदीप_की_रसोई #मोटा_अनाज_वर्ष_23

Khari Khari, Drisht Kavi, Kuchh Rang Pyar ke and other Posts like Sanju s birthday from 21 to 16 April 2023

  मन अभी भी नही मान रहा कि कोई किसी बड़े हत्यारे को मारकर उसकी हत्या कर देगा और प्रसिद्धि पा लेगा, गौर से देखिये उनके चेहरे और जानिए उनकी पृष्ठभूमि, कैसे कोई मान लें कि वे अतीक और उसके भाई को मारकर बड़ा और फेमस हो जायेगा मतलब कुछ तो तार्किक बात करो यारां उनकी उम्र तो देखो उनको पत्रकार के पास , कैमरे और इतना महंगा हथियार किसने दिया ____ ख़ैर छोड़ो, सतपाल मलिक के खुलासे पर किसी का कोई ट्वीट, कोई बयान या कोई एक्शन कही दिखा क्या *** हिंदी स्त्रैण कवियों से भरा हुआ बजबजाता नाला है जहाँ एक से एक घटिया और निकृष्ट कवि है, इन्हें ना लिखना पढ़ना है और ना कुछ करना सिवाय यहाँ वहां की बातों के और दूसरों की चुगली करने, इंदौर के एक कवि की हरकत के बारे में मालूम पड़ा अभी, जी चाहता हूँ उस हरामखोर को भरे बाजार दो तमाचे जड़ दूँ जो जीवन भर स्वयंभू बड़ा बना रहने की आत्म मुग्धता में रहा और ओछी हरकते करता रहा सुधर जा शुकर देव के महागुरू वरना जिस दिन मिलेगा उस दिन जूते खायेगा मक्कार तूने तो नीचता दिखाने में कसर नही छोड़ी मैं अभी भी सभ्य बना हूँ वरना .... [ इतनी असंसदीय भाषा के लिए दिल से मुआफी पर इस नीच के लिये को...