जो लोग एक ही लक्ष्य के साथ जीते है - उनकी उम्र नहीं बढ़ती, यह देखाभाला अनुभव है, परन्तु वे बहुत महीन पीसने वाली मशीन भी बन जाते है - यह भी उतना ही सच है, जीवन एक ही है - लक्ष्य एक हो सकता है, परंतु यदि आपने जीवन को अनेकार्थी लक्ष्यों में नहीं लिया तो फिर आप इतिहास में जरूर अमर हो सकते है - किंतु एक अच्छे व्यक्ति के रूप में कभी किसी को याद नहीं रहेंगे, और सबको छोड़ भी दे तो आखिरी सांसों के समय निर्विकार भाव नहीं रहेंगे, सुखी मरने का अभ्यास करना जरूरी है और इसके लिए आपको विविधता में ही जीना होगा और इस मूल सिद्धांत को प्रकृति से सीख सकते है जहाँ अमीबा भी है और मनुष्य भी #मन_को_चिठ्ठी *** जिंदगी अक्सर हमें बुरी तरह से तोड़ती है, बिखेरती है और हैदस में डालती है, लगता है कि हम अब टूट ही जाएंगे, बिखरने के बाद लगता है अब कभी खड़े नहीं हो सकेंगे - परन्तु ऐसा नहीं है , हमें उन्हीं से सीख लेनी चाहिए जो तोड़ - मरोड़कर हमें अधमरा कर छोड़ देते है, जो हमें इतना गर्त में डाल देते हैं कि ऊपर आना मुश्किल हो जाता है, ऐसे समय में हमें अपने ही भीतर से प्रकाश के उस सोते को खोजना होगा - जो हमें अंधेरों को ची...
The World I See Everyday & What I Think About It...