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Showing posts from March, 2021

Pagglait and other films, Corona, Khari Khari and other Posts from 25 to 29 March 2021

  तू चुप रहकर जो सहती रही तो क्या ये ज़माना बदला है तू बोलेगी मुंह खोलेगी तब ही तो ज़माना बदलेगा ••••••••••••••••••• #पगलेट सिर्फ फ़िल्म नही बल्कि कुप्रथाओं, शोषण, मृत्यु पश्चात तेरह दिन के ढोंग, बामणों के खुले पाखंड, गरुड़ पुराण जैसे रस भरे मनोरंजक ग्रँथ का कोरा ज्ञान और बखान, रीति रिवाजों के नाम पर गोरखधंधों की कहानी है, साथ ही निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों में विधवाओं को कैसे शोषित किया जाता है, की भी दास्तान है यह कहानी युवा विधवा लड़की के पीहर, ससुराल और रिश्तदारों के व्यवहार, स्वार्थ और बीमाधन की आकांक्षा में एक जवान लड़की की शेष बची जिंदगी को अपने लिए मोड़ने की कला बयां करती है पर मजेदार यह है कि लड़की तेरहवीं के दिन पिंजरा तोड़कर मुक्त हो जाती है शानदार फ़िल्म, धार्मिक रूप से कमज़ोर , दिल - दिमाग़ से पैदल और मूर्ख लोग बिल्कुल ना देखें - या तो समझ नही आयेगी या आधी ही छोड़ देंगे या उनकी आस्थाओं पर चोट पहुंचेगी, आश्चर्य यह हो रहा कि भक्त जनों ने अभी तक कोहराम नही मचाया - क्योकि तेरहवीं में समिधा देते समय संध्या अपनी मुस्लिम सखी को भी कहती है कि वो भी हाथ दें अभी तक के जीवन में पहली ऐसी फिल्म है

Khari Khari 23 March 2021

  महाराष्ट्र में देखिए सत्ता पाने के लिए नाटक सत्ता के बिना रह नही सकते, मर जायेंगे, षडयंत्र रचेंगे, इस्तेमाल करेंगे पर सत्ता को पाने के लिए कुछ भी करेंगे लोकतंत्र की इज्जत नही, काहे चुनाव के नाम पर नाटक करवा रहें हो बै, हर बार खरीदी बिक्री करनी है, षड्यंत्र करना है और किसी भी तरह की नीचता से कुर्सी पाना ही है तो बंद करो और बैठ जाओ और कहते हो कि हम अनुशासित, सुसंस्कृत, सभ्य और लोकतांत्रिक पार्टी है , तुम लोग घण्टा, घड़ियाल, थाली और झाँझ - मजीरा पार्टी हो बस कंगालों को साल भर से रोटी नही मिल रही, देश की आर्थिक राजधानी में भूखे मर रहें है तो चौबीसों घँटों लगे है मुम्बई से दिल्ली तक हद है मतलब बर्दाश्त ही नही कर सकते कि सत्ता से दूर रहें मप्र में सत्ता खरीद ही ली भूखे भेड़ियों ने, राजस्थान में कुत्सित प्रयास किया पर सफल नही हुए छग में भी जूते खाएं, बिहार में नीतीश को बेवकूफ बनाकर बेशर्मी से कुर्सी पर बैठे ही है, बंगाल में गुंडागर्दी की सारी हदें पार करके रुपयों के बल पर और अन्य चार राज्यों में कुर्सी खरीद ही लेंगे व्यापार खून में है - कल कल्लू मामा बोला था ना बस मुम्बई बस में नही आ रही थी त

अभी धुली हुई धूप को देखा है जो छत पर बिखरी पड़ी सूख रही है - Posts of 20 to 22 March 2021

  अपने घर की बीबी, बेटियों के वीडियो वायरल करो हिम्मत हो तो ◆◆◆ मप्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में 8 मार्च को महिला दिवस के भोपाल दफ्तर में आयोजित समारोह का वीडियो वायरल हो रहा है, राज्य महिला आयोग अब एकआदेश दे स्थानीय पुलिस को कि जहां से भी या जो भी समूहों में, फेसबुक पर या ट्वीटर पर यह वीडियो पोस्ट करें - उसके खिलाफ पुलिस में एफआईआर अविलंब दर्ज करें और उसे मानहानि, अपकृत्य, उपताप या हिंसा से महिलाओं के ख़िलाफ़ होने वाले गैर जमानतीय अपराध में पंजीकृत करके सीधा न्यायिक हिरासत में भेजें अभी हम लोगों के एक ग्रुप में एक पढ़े - लिखे व्यक्ति ने यह वीडियो भेजा तो मैने आपत्ति ली और कहा कि अपने समूह की जो "लड़कियां" जो अब सास और दादी बन चुकी है, और ठुमके लगाकर डांस करती है - उनके भी वीडियो वायरल करो, घर परिवार में बहु बेटियों के भी वाइरल करो और फिर मजे देखो कि जमाना कितना ख़ुश होता है जिन सज्जन ने यह भेजा वो निहायत ही पुरुष प्रधान समाज के प्रतिनिधि है, दिनभर में माचो मैन स्टाइल के बेसिर पैर के फोटो और घटिया शायरी डालकर आत्म मुग्ध होते रहते है, ग्रुप की लड़कियों को इंप्रेस करने के लिए और दो

Drisht KAvi, Samman and Premshankar Shukla , Posts of 16 to 18 March 2021

न्यायाधीश अपराधियो को सम्मानित करने लग जाये तो आप किससे, कैसे और क्या न्याय की उम्मीद करेंगे आज ऐसे ही एक कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला - बेशर्मी की हद पार करते हुए आत्ममुग्धता में यह कुकृत्य सुनियोजित तरीके से हुआ दांडी यात्रा के 75 पर एक निबंध प्रतियोगिता भी थी छि छि छि, घिन आती है *** पारिवारिक गुमटियां सभी प्रकार की ललित कलाओं की हत्यारिनें है और नीच किस्म का लगाव, प्रेम और दुष्प्रेरण इसमें सबसे बड़ा कारण और दुखदाई होता है, मज़ेदार यह है कि समझदार लोग बड़े सुसंगठित तरीकों से ये टपरी चलाते है और आत्ममुग्धता, बल्कि आत्म मूढ़ता से आगे बढ़कर कुकृत्यों में संलग्न रहते है चौबीसों घँटे #दृष्ट_कवि *** बौद्धिक आतंक से मुक्त करने वाले शख्स को शुभेच्छा बहुत पुरानी बात है जब स्व श्री राहुल बारपुते जी, बाबा डीके, विष्णु चिंचालकर गुरुजी और कुमार गंधर्व जी के साथ कभी भारत भवन जब बन ही रहा था तो जाता था, गुरुजी अपने साथ ले जाते थे, IIFM का भवन भी लगभग उसी समय बन रहा था चार्ल्स कोरिया के निर्देशन में, आज स्व सुदीप बैनर्जी की भी याद आ रही है अशोक वाजपेयी जी मप्र में वरिष्ठ अधिकारी थे ही, देवास स

Some Posts of FAcebook on Gharana and Literature Posts of 13 to 14 March 2021

होली के पूर्व पंडित अम्बर पांडे एक विलक्षण श्रृंखला लिख रहे है उपकार गाइड पाठमाला आज बिहार पर वक्र दृष्टि थी जो बहुत हद तक बल्कि शत प्रतिशत सही है मैंने सोचा मित्रों से शेयर करूँ इस अपनी टीप के साथ ताकि बात पहुँचे ◆◆◆ कुछ माँ बहने सुपारी लेकर घराने के बजाय गैंग चलाने लगी और दिल्ली की अप्रतिष्ठित लोमड़ियों और फर्जी फौजियों के साथ मिलकर जान से मारने की धमकी भी देने लगी - इनके टारगेट पर रोज एक मुर्गा रहता है मिथिला के पंडे बड़े शातिर है - ब्राह्मण घेट्टो में रहते है, जातिवाद से सामाजिक सुधार पर प्रवचन पेलते है महिलाओं और ब्यूरोक्रेट्स के बीच थोथी लोकप्रियता के लिए बुद्धि के अभेद्य किलों के वंशज बताते है और समय आने पर नागिन डांस में सबसे आगे होते है, घर सुधार नही सकते समाज और देश सुधारने निकलें है यायावर बनकर अश्वमेघ जीत लेंगे जैसे बिहार इनकी कमजोर नब्ज भी है, बहुतेरे कालेज में नौकरी ना लगने के गम में पीजीटी / पीआरटी बन गए और अब नामवर से बड़े और आलोक धन्वा से महान खुद को घोषित कर देशभर में कूड़ा कचरा भी फैलाते रहते है, बाकी उषा दीदी की सही कही उपकार गाइड के नियंता जी, आप रेणु का जिक्र करना भूल