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Showing posts from June, 2021

रसीला आमभात , बरसात की इच्छा Posts of 24 to 26 June 2021

  रसीला आमभात जिस साल संजय गांधी की हत्या हुई या दुर्घटना हुई, हम लोग मनावर में थे पिताजी की नौकरी वहाँ थी और हम हर दीवाली और गर्मी की छुट्टी में वहां जाते थे और पूरा समय वही बीताते थे मनावर में आम उन दिनों बड़े मनुहार से मिलते थे, कृषि फॉर्म मंगला देवी के रोड पर था और वही से आम आते थे. जब मनावर जाते तो ब्लाक कॉलोनी में लगभग सभी अधिकारियों के परिवार और बच्चे वहाँ आया करते थे और हम लोग शाम में खूब सायकिल चलाते, कैरम शतरंज, लूडो आदि खेलते और धमा चौकड़ी मचाते माँ और बाकी सभी महिलाओं की रोज कुछ ना कुछ पार्टियां होती रहती गपशप और इस तरह समय बीतता, एक मराठी परिवार था जो स्थाई वही रहता था - करकरे परिवार, और वो काकू बढ़िया व्यंजन बनाती थी आम के साथ बाकी सभी वट सावित्री पौर्णिमा जून में आती और आम जैसे राजा फल पर हम लोग लूट पड़ते थे, पिताजी बीडीओ थे और खेती के साथ सारे विकास काम उनके जिम्मे थे, कृषि फॉर्म भी उनके काम का हिस्सा था, मूंगफली आलू आदि बड़े प्यार से हमें कृषि फॉर्म का स्टाफ दे जाता था जब हम वहां होते थे तो. गर्मी के मौसम में स्टाफ के लोग हर आठ दस दिन में दो - तीन बोरी आम दे जाते, हमें खान

Future Trends in Education - an Indian Context , Khari Khari and Drisht Kavi - Poss of 22 to 24 June 20201

  मल्लब हद ही हो गई, अब्बी एक माड़साब जो पिल्लों कू पिरावेट टूसन पढ़ाते हेंगे, ने मेरे कूँ भाट्सअप ग्रुप पे जोड़ लिया, ग्रुप में पेली, दूसरी, तीसरी के बच्चों के साथ उनके बाप माँ भी हेंगे, माड़साब बोले कि आपकी उपस्थिति से बच्चे लाभान्वित होंगे और सीखेंगे, उनकूं एक कविता रोज सुना देना आप जे ई काम के रह गए हो अब संदीप बाबू - जब ग्रुप लेफ्ट किया तो बो बोला एडमिन बना दूँ आप कहें तो किसी कवि कूँ जुड़ना हेगा तो नम्बर दो अब्बी जुड़वा देता हूँ, कल से पारायण सुरु कर देना वहां पे भी मन के रिया हूँ #दृष्ट_कवि *** जो लोग यहाँ पेलते है, इंस्टाग्राम पर भी वही माल चैंपते रहते है, लिंक्ड इन पर भी वही, वाट्सएप पर भी सेम टू सेम, और साला ट्वीटर पर भी वही और अब एक और भड़ास निकालने को आया है नया अड्डा - क्लब हाउस, इस क्लब हाउस की मूर्खताएँ और ज्यादा बड़ी वाली है - मतलब बड़ेवाले बकर के शिखर भड़ासिये है वहाँ मतलब कही भी जाओ नया कुछ नही, वही लोग वही कचरा और वही सड़ी - गली भड़ास और कुंठाएँ , आदिम आत्म मुग्धता - "मरकर भी चैन ना पाया तो कहाँ जाओगे" घबराईये नही आप ही नही इन मूर्खताओं में, मैं भी शामिल हूँ भीड़ में, इ

Khari Khari (SMS) , Sherni and Skater Girl , Posts of 14 to 22 June 2021

  || आता ना जाता, मैं भारत माता || •••••• राम, श्याम, सोहन, मोहन, गीता, सीता, चम्पा चमेली टाईप युवा पत्रकार सिर्फ स्कैंडल बनाने के लिए बगैर अध्ययन और तथ्यों के बकवास लिखते हैं, प्रेम, मुहब्बत, ब्रेकअप, सिगरेट के छल्लों, लिजलिजी भावुकता और बकवास पोस्ट के साथ रोज़ बकर लिखते है और खुद को खुदा समझते है, 23 - 24 साल उम्र हुई नही और लाइक्स कमेंट्स की भूख इन्हें कॉपी पेस्ट करने का बढ़िया अवसर देता है, एक साल में दस नौकरी बदलने वाले ये विचारधारा और विचार दोनो से एकदम रिक्त होते है, अपनी बेवफ़ा माशूकाओं के फोटो डालकर उन्हें बदनाम करेंगे पर जेंडर समानता पर जरूर लिखेंगे और यह भी कि घर में माँ ही सब काम करती है और मैं राजा बेटा बनकर निठल्ले टाईप घूमता हूँ, खुद बेहद सामंती होंगे पर दलितों के नाम पर टसुए बहाएंगे रोज, जबरन पुलिस से भेड़े लेंगे ताकि जल्दी प्रचार मिलें और एक रात में फेमस हो जाये, और पुलिस देखकर दस्त हो जायेंगे वो अलग  कॉपी पेस्ट, चाटुकारिता करके स्वयंभू महान बनें ये लोग आपसे नौकरी के लिए चिरौरी करते है और जब तर्क की बात करो या इनकी पोस्ट पर वाजिब सवाल करो तो खिसिया जाते है, फर्जी क्रांतिका

Drisht Kavi, Khari Khari, Geet Chaturvedi and other Posts from 1 June to 13 June 2021

  || यात्रा बहुत छोटी है || एक बुजुर्ग महिला बस में यात्रा कर रही थी - अगले पड़ाव पर, एक मजबूत, क्रोधी युवती चढ़ गई और बूढ़ी औरत के बगल में बैठ गई, उस क्रोधी युवती ने अपने बैग से कई बार चोट पहुंचाई जब उसने देखा कि बुजुर्ग महिला चुप है, तो आखिरकार युवती ने उससे पूछा कि जब उसने उसे अपने बैग से मारा तो उसने शिकायत क्यों नहीं की बुज़ुर्ग महिला ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया - "असभ्य होने या इतनी तुच्छ बात पर चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपके बगल में मेरी यात्रा इतनी छोटी है कि मैं अगले पड़ाव पर उतरने जा रही हूं" ◆ यह उत्तर सोने के अक्षरों में लिखे जाने के योग्य है - "इतनी तुच्छ बात पर चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि हमारी यात्रा एक साथ बहुत छोटी है" ◆ हम में से प्रत्येक को यह समझना चाहिए कि इस दुनिया में हमारा समय इतना कम है कि इसे बेकार तर्कों, ईर्ष्या, दूसरों को क्षमा न करने, असंतोष और बुरे व्यवहार के साथ काला करना समय और ऊर्जा की एक हास्यास्पद बर्बादी है ◆ क्या किसी ने आपका दिल तोड़ा, शांत रहें, यात्रा बहुत छोटी है ◆ क्या किसी ने आपको धोखा