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Showing posts from March, 2020

Posts of 20 to 29 March 2020 including Declaration of testing and experimentation , Corona etc

टीवी रामायण का तो पता नहीं, तुलसीकृत मानस मेें राम जरूर कहते हैं - " जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी, ते नृपु अवसि नरक अधिकारी " *** कबीरा सोई पीर है - जो जाने पर पीर ◆◆◆ हम पीड़ाओं के सामूहिक शिकार है - एक भद्दे लोकतंत्र और आवारा मौलिक अधिकारों के पीछे के बदरंग चेहरों को पहचान नही पा रहें है - संविधान में निहित और वर्णित कर्तव्यों को और नीति निर्देशक तत्वों को भी कड़ाई से लागू नही करवाया जाता - तब तक यह बेख़ौफ़ आवारापन बना रहेगा देश में अपने आसपास देखिये कितने लोग है जो सरकारी सेवा में है और इस समय जरुरी सेवाओं में व्यस्त है या ड्यूटी कर रहें है छोटे से छोटे जिले की आबादी 3 से 4 लाख तो होगी, जनसँख्या विस्फोट की अभी बात करना बेमानी है, पर इस 3 या 4 जनसँख्या के लिए कितने डॉक्टर्स है, पुलिसकर्मी है और प्रशासन के लोग है -यह सँख्या औसत के हिसाब से भी निकालेंगे तो न्यून या नगण्य होगी एक हम है कि उत्पात मचाये हुए है नाक में दम कर दिया है, घूमना है, खरीदी करना है, जन्मदिन मनाने है , कर्फ्यू देखना है, भजन करना है सुंदर कांड करने है , जुम्मे की नमाज पढ़ना है, चर्च की प्

Sandip Ki Rasoi -- March Last weeek 2020

बैंगन,करेला और आलू भूँजा बैंगन, करेले और छिले हुए आलू को साफ धोकर लम्बा लम्बा काट लें ( चार चार करेले बैंगन और आलू मात्र दो ) ● मूंग मोगर को धोकर पानी में गला दें ● अब करेले और आलू को हल्दी और नमक लगाकर पंद्रह मिनिट के लिए रख दें ● पंद्रह मिनिट बाद साफ पानी से इन सबको धो लें - हल्का सा सूखा लें और फिर गर्म तेल में डीप फ्राई तब तक तलें - जब तक वो हल्के भूरे और कड़क ना हो जाये ● अब इसी तेल में मूंग मोगर की दाल का पानी निथारकर तल लें कड़क होने तक ● अब सभी को एक बड़े बाउल में मिला लें , ऊपर से सफ़ेद तिल बुरक दें और थोड़ा सा जीरावन और नींबू डालकर गर्मागर्म खाएँ [ कल  सीमा व्यास  ने आलू भूँजा की बात की थी ,  Chaitali Nandy  ने भी इसे लोकप्रिय बंगाली डिश बताया था जो माछ भात या दाल चावल के साथ खाई जाती है, पर अपुन ने इसका मालवी संस्करण बनाया एकदम नवाचारी - मूंग मोगर इसलिए डाली कि पर्याप्त प्रोटीन भी मिल सकेगा कार्ब्स के साथ, तिल से तेल यानि वसा और नींबू से विटामिन सी भी, जीरावन इसे स्वाद देगा और पाचक बनाएगा ] ● सभी चीजें सस्ती और सब जगह उपलब्ध होने वाली है ● खाईये खिल

Corona Govt of India - Policy and Some Notes 19 March to 24 March 2020

उद्दंड आशा और सकारात्मकता ( जो कल देशभर में जुलूस के रूप में प्रकट हुई ) से सतर्कता भरी निराशा और नकारात्मकता हजार गुना बेहतर है और लोकतंत्र में समालोचना करना स्वस्थ और जागरूक नागरिक होने का गुण है - अपनी सरकार, अपने राज्य प्रमुख और देश के नेताओं से सवाल करना कतई ग़लत नही है उदय प्रकाश जी सही कहते है "कुछ नही बोलता आदमी मरने के बाद कुछ नही सोचता आदमी मरने के बाद कुछ नही बोलने और कुछ नही सोचने से आदमी मर जाता है " *** टाइम्स ऑफ इंडिया की खबरों के हवाले से मित्र  संदीप नाईक  बता रहे हैं कुछ कड़वी हक़ीक़तें भी जान लीजिए ◆◆◆ टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक भारतीय स्वास्थ्य सेवा फिलहाल covid 19 के पेंडेमिक से जूझने से लिये विशेष प्रोटेक्टिव क्लोथ्स (PPE that is quality personal protective equipment) से जूझ रही है इंडियन मेन्युफेक्चर्स का कहना है वे जानते नही उन्हें क्या बनाना हैं उन्हें अभी तक हेल्थ मिनिस्ट्री से स्पेसिफकेशन नही मिले है, उनकी वजह से हेल्थ वर्कर में इंफेक्शन के चांस बढ़ रहे है, उससे मेडिकल फ्रेटरनीटी में असुरक्षा की भावना बढ़ रही

Fansi - Some basic questions 20 March 2020

90 % बलात्कार वैवाहिक बलात्कार है, परिजनों द्वारा किये गए है फांसी दिलवा दो वकीलों , न्यायविदों और फेसबुक के ज्ञानियों *** देश में सुप्रभात है आज ◆◆◆ आखिर 4 लोगों को फांसी दे दी गई आज सुबह हमारे पास कोई और चारा था ही नही, उस निर्भया की माँ को शांति मिल ही गई होगी जो 7 साल से लगी थी सजा दिलवाने में - खूब मीडिया के सामने तमाशा किया, माँ शब्द के मायने क्या रह गए है अब वो वकील फेल हो गए जो कल तक जुगाड़ में लगे रहें कि 4 लोग बच जाए, सारी न्याय व्यवस्था भी कितनी पंगु हो गई थी, राष्ट्रपति के पास कोई विकल्प नही बचा था, हमने सुधार के सारे विकल्पों पर पानी फेर दिया है कितने सभ्य है हम यह भी साबित हो गया , तमाम बहस और मानवतावादी दृष्टिकोण और वसुधैव कुटुम्बकम , विश्व कल्याण की बात करने वाले लोग हम भारत के लोग - चार युवाओं को सुधारने में नाकाम रहे - अब जग सिरमौर बनेंगे - अम्ब विमल मति दें न्याय हो गया - मुबारक हो, बलात्कार आज से बंद - ख़ुश हो जाओ महिलाओं - आज से पुरूष प्रधान समाज की बंदिशें खत्म है , सब ओर खुशियाँ है निर्भया की आत्मा को भी खुशी है और वो अब मुक्त हो गई

Posts of 15 and 16 March 2020 Pahal And Fake Article

पहल के 121 में अशोक अग्रवाल जी का एक आलेख छपा है जिस पर भाई  शिरीष मौर्य  ने एक पोस्ट में गम्भीर सवाल उठाए है - यह एकदम साफ़ साफ़ झूठ लिखने का मामला है कल यह अंक पढ़ा तो अजीब लगा था अब लगता है कि " पहल " या तो बंद हो जाये या ज्ञान जी और दूसरे बूढ़े और चुके हुए लोग भी वहां से हट जाएं , हालात बहुत खराब हो गई है, बुढापे का साम्राज्य है और ये बूढ़े भी कुर्सी छोड़ना नही चाहते, पुरानी मान्यताएं लेकर बैठे है और कविता, कहानी, आलोचना में हिंदी की परिभाषाओं से बाहर नही आना चाहते नये रूप में  पहल छपने के बाद यदि समग्र रूप से भी देखें तो कुछ निहायत ही अपरिपक्व और उज्जड लोगों को लंबे समय तक श्रृंखलाबद्ध छापकर हिंदी का बहुत नुकसान किया पहल ने और इन लोगों ने इतना कीचड़ उछाला कि पहल ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है, इसलिये आज तदभव या अन्य पत्रिकाएं ज्यादा विश्वसनीय लगती है, मैं तो ये भी कहूंगा कि ज्ञान जी की पहल अपनी विचारधारा से भी भटक गई है एक एक कहानी, कविता या आलेखों को देख लें निजी बातचीत में कई बार मैंने ये बातें सबसे सुनी और तर्क में साथ रखते देखी है पर सब डरते है कहने सुनने में - आखिर

Posts of March 2020 II week

एक युवा कांग्रेसी मित्र, जो सिंधिया खेमे में था, अवसाद ग्रस्त है पूछ रहा है - दादा, अब किस ओर से राजनीति करूँ मेरा जवाब - निष्पक्ष रहो, देश और समाज का सोचो तटस्थ रहो , मुद्दों की बात करो जो जनकल्याण की बात हो, उसे लिखो लेखक बनो, साहित्यकार नही - राजनीति अपने आप सध जाएगी *** इन सारे अफसानों में सबसे ज्यादा निराश किया कामरेडों ने, बसपाईयों, सपाइयों और गांधीवादियों ने - मोमता दीदी तो अनथक लड़ ही रही है घर में फासिस्ट ताकतों से लगातार सबसे टुच्चे निकले कम्युनिस्ट जो बड़े बड़े आख्यान और यहाँ वहाँ घूमकर बकवास का अंबार लगाते थे, जबरन का कूड़ा पेलते थे और कस्बों शहरों में यारबाजी कर खाने पीने की अड्डेबाजियाँ करते थे ससुरे दारू पीकर ऐसे बहकते थे कि इनको राज्य अभी पैग पूरा होने के पहले ही मिल जाएगा , दूम दबाकर बैठे है 2014 से इन सबसे बेहतर तो एक्टिविस्ट और एनजीओ कर्मी है - जो चुटका, नर्मदा या किसी जमीनी आंदोलन के माध्यम से सरकारों की नाक में दम कर रहें है - फिर वो कोई भी पार्टी हो मुलायम, अखिलेश, मायावती तो लगता है अब गौ पालन और अंडे बेचकर आजीविका चला रहे है, कांग्रेस के