Skip to main content

Posts

Showing posts from March, 2019

Posts of 25 and 26 March 2019 Election Realities

अभी एक प्रतिष्ठित मित्र और जिम्मेदार कानूनविद को बाहर किया क्योकि वे कह रहे थे कि "आपको मराठी ब्राह्मण होने पर यह सब लिखते हुए शर्म आना चाहिए" मैंने कहा कि मैं भारतवासी हूँ ना कि महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण, दूसरा तुम्हे किसने ठेका दिया कि प्रमाणपत्र बाँटो, तीसरा मोदी और उसकी आर्थिक नीतियों का विरोध करना और अम्बानी को देश सौंपकर आम लोगों को बर्बाद करने की निंदा करना कबसे शर्मनाक हो गया और अंत में ये होते कौन है मुझे सही गलत ठहराकर मेरी शर्म हया बताने वाले और सच तो यह है कि जितना  नुकसान इस देश का ब्राह्मणवादियों ने किया मनुवाद की आड़ में उतना किसी ने नही किया मोदी सरकार ने सबसे बड़ा नुकसान यह किया कि पढ़े लिखें लोगों को पंगु बना दिया , इन्हें नोटबन्दी, सेना का राजनैतिक और बेजा इस्तेमाल, जवानों से लेकर किसानों की हत्या / आत्महत्या, कश्मीरी पंडितों का दर्द, देश का अरबों रुपया लेकर भागे माल्या और मोदी गैंग, संविधानिक संस्थाओं का नाश, अदालतों का गिरता स्तर, बुलेट ट्रेन के हसीन सपने, बेरोजगारी और देशभर में मचा हाहाकार सुनाई नही देता - ये बकैतों का देश बन गया जहां एक आदमी विदेशी दौर

Posts of III Week March Shrinidhi, Vidit and Khander , PHIA Foundation,

ये तरबूज, खरबूज, आम, शहतूत, रसीले रँग बिरंगी शरबत, कच्चे कैरी के पने, कैरी पुदीने की हरी कच्च चटनी, कच्ची मीठी इमली, बर्फ के गोले, लस्सी, मटका कुल्फ़ी और खूब ठंडी आईसक्रीम का मौसम है बाजार सज रहें है , श्रीखंड खाने की चैत्र प्रतिपदा आ रही है गौरी पूजा के बाद चने की दाल को भीगोकर जो दाल बनाई जाती है पूजा में उसकी पदचाप ने मन पागल कर दिया है, सिर्फ चावल और खट्टी मीठी दाल या दही बड़े खाने को ही मन करें बजाय भारी गरिष्ठ भोजन के तो समझो आ गए दिन गर्मी के शाम को घास और बगीचों की ओ र रुख है और सूनी पटरियों के किनारों से डूबते सूरज को विदाई देने की बेला आ गई है छत पर पड़े हुए शीतलता को ओढ़ने की रात और भोर से आँख मलते सूरज की चुंधियाती रश्मि किरणों को हटाकर छाँव में भागने के दिन आ गए है यह सब इसलिये कि सनद रहें गर्मियों में जितना क्षोभ, अवसाद, संताप और आलस है उतना ही मीठा, खट्टा और जीवन को वरदान देने वाले प्रलोभन भी है कि इन्हीं के सहारे गुजर जाएगा यह सब भी *** अब लेखकों को सामने आकर अपनी प्रतिबद्धता और विचारधारा भी दिखाना होगी, बहुत छुप लिए कविता, कहानी, आलोचना और उपन्यास के पीछे और स

Posts of March I and II week

मप्र से लेकर पूरे देश में निर्वाचित चौकीदारों की फ़ौज अपने निकम्मे, नकारा और नालायक वंशजो को चौकीदारी का टिकिट दिलवाने के लिये एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहें है और तो भारतीय संस्कृति का अपयश फ़ैलाने वाले कुटैव , वैमनस्य, साप्रदायिकता फ़ैलाने के शिरोमणि और कूटने में माहिर अराजनीतिक संगठन, जो मन भाये मुंडी हिलाएं वाली मुद्रा में रहते है, भी अब सत्ता ठगिनी के झांसे में आकर कुर्ता पाजामा पहनने को बेताब है मजेदार यह कि पिछले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी इन्हीं के वंशज हारे थे  बुरी तरह और सरगना और तड़ी पार कहता है कि वंशवाद कांग्रेस की बपौती है अक्ल से पैदल इन बहुरूपिये सत्ता के लिए हवस की कामना में जीनेवाले चायवाले, पकौडे वाले और चौकीदारों से सावधान - जागते रहो 31 को 500 जगह भोंपू लगाकर फिर कर्कश स्वर सुनने और सुनने के बाद उपेक्षा करने को तैयार रहें , अब कन्फर्म है - "क्योकि चौकीदार ही चोर है" *** मनोहर पर्रिकर का निधन नमन और श्रद्धाजंलि, एक सुयोग्य नेता, दृष्टि सम्पन्न मुख्य मंत्री का ना होना अखरेगा उनकी मृत्यु के साथ राफेल की वो सारी दास्तानें भी खत्म हो

Posts of 7 and 8 March 2019

ओ और औ की मात्रा में बहुत कन्फ्यूजन होता था बचपन से - मास्टरों ने कुछ सिखाया नही फिर 2014 में श्रद्धेय मोदी जी की सरकार बनी, पहले स्मृति बैन और फिर जावड़ेकर मंत्री बनें और इनके प्रयासों ने "चो और चौ" का अंतर प्रयोग कर सीखाया सबको, मैंने भी प्रयोग किया और सीखा , पूरे देश ने किया तो अब मेरी हिंदी की वर्तनी इन दो मात्राओं के मामले में सुधर गई अगली बार 2050 तक इन्हें ही वोट दें ताकि सारे स्वर सीख सब लोग सीख जाएं आप भी बोलकर देखिये चौ और चो - चौपट राजा और चोरों का सरताज , चोट्टा और चौर्यकर्म , चौतरफ और चोरी और सीनाजोरी आदि अभ्यास करो- ऐसे जोड़ीदार शब्द अपनी भाषा से खोजकर दस बार लिखो, चलो शुरू हो जाओ शाबाश सीखते रहिये , आगे बढिये, बढाईये *** कुछ भी बोलो उसके कानों पर जूं नही रेंगती सांसद ने विधायक को जूता मारा समझो जूं में अनुस्वार है और जूते वाले जू में नही अभ्यास करो जूं नही पड़ी पाँच सालों में और चार सेकेंड में सात जूते जैसे उदाहरण अपनी भाषा मे खोजो *** भोत नुकसान हो गया कश्मीर, पुलवामा, बालाकोट, लखनऊ से लेकर राफेल दस्तावेजों की चोरी केदारनाथ, बन